पंच केदारो में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान हो गयी है। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के मक्कूमठ आगमन पर श्रद्धांलुओ व ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिला तथा श्रद्धालुओं ने भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ आगमन पर पुष्प वर्षा कर भव्य किया व लाल पीले वस्त्र अर्पित कर विश्व समृद्धि की कामना की।
शुक्रवार से भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा विधि-विधान से शुरू होगी तथा देश-विदेश के श्रद्धालु शीतकाल के आगामी 6 माह मक्कूमठ में भगवान तुंगनाथ के दर्शन करेंगे।
गुरूवार को ब्रह्म बेला पर भनकुण्ड में विद्वान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये सम्पन्न कर भगवान तुंगनाथ सहित तैतीस देवी-देवताओं का आवाहन किया तथा ठीक 10 बजे प्रातः भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के लिए रवाना हुई।

भगवान तुंगनाथ चल विग्रह उत्सव डोली को विभिन्न पड़ावों पर ग्रामीणों ने पुष्प, अक्षत्रो से भव्य स्वागत तथा राकेश्वरी नदी पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ की डोली सहित विभिन्न देवी-देवताओं के निशाणो ने गंगा स्नान किया।
भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने मक्कू गाँव के विभिन्न खेत-खलिहानों में नृत्य किया तथा भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ पहुंचने भक्तों की जयकारों से सम्पूर्ण भूभाग गुजायमान हो उठा।
भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ की तीन परिक्रमा की तथा ग्रामीणों व भक्तों द्वारा लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी तथा अनेक प्रकार की पूजा सामाग्रियो से अर्ध्य लगाकर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की।
भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान होने पर मठापति राम प्रसाद मैठाणी द्वारा दान सहित अनेक धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन किया तथा विद्वान आचार्यों ने अनेक पूजाये सम्पन्न कर आरती उतारी तथा भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल के गर्भगृह में विराजमान हुई।

भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ आगमन पर पहली बार श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक भीड़ देखने को मिली।
जानकारी देते हुए केदारनाथ मन्दिर प्रभारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि अगले वर्ष से भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के मक्कूमठ से कैलाश रवाना होने तथा डोली के कैलाश से मक्कूमठ आगमन पर शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ आगमन पर मन्दिर को भव्य रूप से सजाने की कार्य योजना मन्दिर समिति द्वारा तैयार की जा रही है।
डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित ने बताया कि मन्दिर समिति शीतकालीन गद्दी स्थलों के व्यापक प्रचार-प्रसार शुरू करने की तैयारी कर रही है जिससे शीतकालीन यात्रा में वृद्धि हो सके। तुंगनाथ धाम के प्रबन्धक बलवीर नेगी ने बताया कि इस बार तुंगनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों के आकड़े ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

इस मौके पर रूद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष अमर देई शाह, भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल, यू के डी प्रत्याशी डा0 आशुतोष भण्डारी, राज्य मंत्री चण्डी प्रसाद भटट्, पूर्व राज्य मंत्री अशोक खत्री, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डी एस भुजवाण, सामाजिक कार्यकर्ता खुशहाल नेगी, डा0 कुलदीप नेगी आजाद, जिपस रीना बिष्ट, प्रधान विजयपाल नेगी, भगवती प्रसाद मैठाणी , नागेन्द्र भटट्, सतीश मैठाणी, जीतपाल भण्डारी, मनोज मैठाणी, राजेन्द्र भण्डारी, मातवर राणा, जय सिंह चौहान, चन्द्रमोहन बजवाल , एस पी सेमवाल, थानाध्यक्ष मुकेश चौहान, एस आई महेश रावत सहित मन्दिर समिति के अधिकारी, कर्मचारी, हक-हकूकधारी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।