मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत राऊलैक के विभिन्न तोको के यातायात से जुड़ने से जहां विभिन्न तोको के ग्रामीणो को मोटर मार्ग का लाभ मिलेगा वही सिद्धपीठ कालीशिला तीर्थ भी पर्यटन मानचित्र पर विशिष्ट पहचान बनायेगा तथा सिद्धपीठ कालीशिला की यात्रा सुगम होने के साथ अधिक से अधिक तीर्थ यात्री सिद्धपीठ कालीशिला की धार्मिक महत्ता व प्राकृतिक सौन्दर्य से रूबरू होगा।
केंद्र सरकार द्वारा राऊलैक – राऊं – चकचौरी तक 3.5 किमी मोटर मार्ग की स्वीकृति मिलने के बाद गांव में जश्न और आभार का माहौल है। यह मार्ग न केवल ग्रामीणों के लिए यातायात सुविधा का नया द्वार खोलेगा, बल्कि सिद्धपीठ कालीशिला तीर्थ को भी धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर एक विशिष्ट पहचान देगा।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
सिद्धपीठ कालीशिला, जो कि इस क्षेत्र का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, तक अब सुगम मार्ग बनने से श्रद्धालुओं की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। यह तीर्थ, अपने प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक वातावरण के लिए जाना जाता है। स्थानीय प्रतिनिधियों का कहना है कि अब अधिक से अधिक यात्री यहां तक आसानी से पहुंच सकेंगे, जिससे क्षेत्रीय पर्यटन को बल मिलेगा।
ग्राम पंचायत प्रशासक कमलेन्द्र नेगी और वन पंचायत सरपंच दलीप रावत ने बताया कि इस मोटर मार्ग से स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे।
क्षेत्र में होमस्टे योजना, स्थानीय उत्पादों की बिक्री, और गाइड सेवाओं जैसी योजनाओं को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी।
राऊलैक-राऊं-चकचौरी 3: 5 किमी मोटर मार्ग की स्वीकृति मिलने पर निवर्तमान क्षेपस मुन्नी देवी, महिला मंगल दल अध्यक्ष नीमा देवी, राजेन्द्र सिंह रावत, प्रदीप सिंह रावत, रमेश सिंह रावत, सुरेशा सिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह रावत, बृजमोहन सिंह रावत सहित विभिन्न सामाजिक संगठनो व ग्रामीणो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज, जनपद प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा, केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल व भाजपा ऊखीमठ मण्डल अध्यक्ष दलवीर नेगी का आभार व्यक्त किया।