नैनीताल हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी दूसरी बार हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बने हैं। उनका कार्यकाल 11 अक्टूबर से प्रभावी होगा। हाईकोर्ट की वर्तमान मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी 10 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो रही हैं।
न्यायमूर्ति मनोज तिवारी इससे पूर्व भी हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रहे हैं। तब वे न्यायमूर्ति विपिन सांघी की सेवानिवृत्ति के बाद कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बने थे।
वरिष्ठ न्यायमूर्ति तिवारी के पिता एनबी तिवारी उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता और दादा भी पिथौरागढ़ में वकील रहे हैं। वरिष्ठ न्यायमूर्ति तिवारी की 10वीं तक की पढ़ाई पिथौरागढ़ के केंद्रीय विद्यालय में ही हुई है। इसके बाद पीजी भी उन्होंने पिथौरागढ़ से किया। एलएलबी करने के लिए वरिष्ठ न्यायमूर्ति तिवारी दिल्ली आ गए थे। दिल्ली से साल 1990 में वरिष्ठ न्यायमूर्ति तिवारी एलएलबी की।
1990 में बार काउंसिल ऑफ यूपी इलाहाबाद में पंजीकृत हुए और उच्च न्यायालय इलाहाबाद में प्रैक्टिस शुरू की। वर्ष 2000 में उत्तराखंड उच्च न्यायालय बनने पर नैनीताल स्थानांतरित हो गए और उत्तराखंड उच्च न्यायालय में वकालत करने लगे।
2008 में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन नैनीताल के अध्यक्ष बने। 20 मई 2009 को उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया। उन्होंने विभिन्न मामलों में राज्य सरकार की ओर से विशेष वकील के रूप में पैरवी की। साल 2017 में उच्च न्यायलय के न्यायाधीश बने।