निर्माण से लेकर खरीद फरोख्त तक गिनाई दर्जनों गड़बड़ियां
कहा- नगर आयुक्त के स्थानांतरण तक नहीं लेंगी कोई नीतिगत निर्णय
गंगा असनोड़ा
श्रीनगर गढ़वाल की नवनिर्वाचित मेयर आरती भंडारी ने अपने दर्जनों पार्षदों के साथ पत्रकार वार्ता कर नगर आयुक्त नूपुर वर्मा पर प्रशासकीय कार्यकाल के दौरान भारी अनियमितता बरतने के आरोप लगाए।
नगर निगम सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मेयर आरती भंडारी ने कहा कि बोर्ड बैठक के दौरान पार्षद सुमित बिष्ट द्वारा तहसील के समीप राजमार्ग पर लगाए जा रहे टाइल की निर्माणदाई संस्था के बारे में जानकारी मांगी गई, तो नगर आयुक्त ने जानकारी न होने की बात कही। जबकि तीन दिन के भीतर नगर निगम से निर्माणदाई कंपनी को लाखों का भुगतान कर दिया गया।

यह था सवाल
उन्होंने सवाल उठाया कि निगम चुनाव की आचार संहिता से ठीक एक दिन पहले इस निर्माण के लिए निविदा की गई। वो भी तब, जब उक्त राजमार्ग का चौड़ीकरण होना है तथा अब उसके चौड़ीकरण के लिए सीमांकन हो था है। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त ने इस तरह से न सिर्फ नगर निगम की धनराशि का अपव्यय किया है, बल्कि भारी भ्रष्टाचार भी नगर निगम में उनके कार्यकाल के दौरान हुआ है।

बैकुंठ चतुर्दशी मेले से लेकर गेट निर्माण, धारी देवी क्षेत्र में हुए निर्माण, गौशाला निर्माण तथा अन्य निर्माण कार्यों व सीसीटीवी, स्ट्रीट लाइट तथा सोलर लाइट की खरीद – फरोख्त में भी भारी भ्रष्टाचार का अंदेशा जताया।

स्थानीय ठेकेदारों को नहीं मिला काम
मेयर आरती भंडारी ने कहा कि इस फर्जीवाड़े के लिए स्थानीय ठेकेदारों को काम नहीं दिया गया। काम मिला, तो रुड़की, सहारनपुर और दिल्ली के ठेकेदारों को। खरीद के लिए भी यहीं की फर्मों को चयनित किया गया।

सफाई ठेकेदार पर भी लगाए आरोप
मेयर आरती भंडारी ने कहा कि बोर्ड बैठक में सफाई ठेकेदार की कार्यशैली पर असंतोष का प्रस्ताव होने के बावजूद नगर आयुक्त उन पर उदार बनी रहीं। आखिर सफाई ठेकेदार को इतनी ढील क्यों दी गई?