सभी व्यवसायिक (Commercial) यात्री वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड की अनिवार्य व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। चारधाम यात्रा पर जाने के लिए अब ग्रीन कार्ड अनिवार्य होगा। ग्रीन कार्ड बनने के बाद दूसरे पर्यटन स्थलों पर भी बड़ी संख्या में आने वाले वाहनों की जानकारी विभाग के पास उपलब्ध रहेगी।
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चारधाम यात्रा सीजन में उत्तराखंड आने वाले व्यवसायिक यात्री वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड अनिवार्य किया जाएगा। परिवहन विभाग इसके लिए जल्दी पर्यटन विभाग से चर्चा करेगा। निजी वाहनों से आने वाले लोगों के लिए भी ट्रिप कार्ड की व्यवस्था लागू करने की कोशिश की जा रही है। संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह के अनुसार, सभी व्यवसायिक यात्री वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड की अनिवार्य व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। चारधाम यात्रा पर जाने के लिए अब ग्रीन कार्ड अनिवार्य होगा।
यात्रियों की जानकारी देता है ग्रीन कार्ड
ग्रीन कार्ड वाहनों से जुड़ी जानकारी रखने वाला दस्तावेज़ होता है। ट्रिप कार्ड में वाहन चालक के साथ यात्रियों की जानकारी होती है। ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड से वाहन में कितने यात्री गए हैं और वे किस धाम गए हैं, इसकी पूरी जानकारी मिल जाती है। ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड के जरिये यात्रा मार्ग पर ओवरस्पीड, ओवरलोडिंग और शराब पीने वालों से जुड़ी समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है।
परिवहन विभाग में करना होगा आवेदन
ग्रीन कार्ड बनाने के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट पर आवेदन करना होगा साथ ही वाहन चालक को वाहन की प्रदूषण प्रमाण पत्र,आरसी, फिटनेस,और टैक्स का ब्यौरा भी जमा करना होगा। वाहन चालक का लाइसेंस हिल इंडोर्स (चालकों को पर्वतीय मार्गों पर वाहन चलाने का अनुभव होना चाहिए) होना भी जरूरी है।
पोर्टल में ग्रीन कार्ड बनाने संबंधी जरूरी जानकारी डालने और फीस जमा करने के बाद एक रसीद जारी होगी। इसे लेकर आवेदकों को आरटीओ कार्यालय जाना होगा। गाड़ी की औपचारिक जांच के बाद ही ग्रीन कार्ड जारी किया जाता है और ग्रीन कार्ड के साथ ही ट्रिप कार्ड भी लेना होता है। जिसमें वाहन चालक के साथ ही यात्रियों का ब्यौरा भी दर्ज होता है। इससे किसी भी तरह की अनहोनी होने पर यात्रियों की पूरी जानकारी मिल जाती है। साथ ही यात्रा के दौरान यात्रियों की सही संख्या भी पता चलती है।