पहलगाम आतंकी हमला : हमले में 26 लोगों की हुई मौत

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए एक क्रूर आतंकी हमले ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया।

यह हमला बाईसरन घाटी में हुआ, जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ के नाम से जाना जाता है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हो गए। यह हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुए सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक था।

घटनाक्रम

श्रीनगर से 90 किलोमीटर की दूरी पर है पहलगाम। यहां से छह किलोमीटर दूर है बायसरन घाटी, जहां पहुंचने में 30 मिनट का वक्त लगता है। इस जगह को ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है। यहां घास के मैदान हैं।

एक तरफ देवदार के घने जंगल हैं। यहां पर्यटक तुलियन झील तक ट्रैकिंग करने के लिए भी आते हैं। यहां पैदल रास्ते या खच्चरों पर बैठकर ही आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहीं पर हमला हुआ।

दोपहर के समय जब पर्यटक बाईसरन की वादियों में प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले रहे थे, तभी सेना की वर्दी पहने 4 से 6 आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया। वे भारी हथियारों से लैस थे — जिनमें AK-47, M4 कार्बाइन और ग्रेनेड शामिल थे। आतंकियों ने करीब 70 राउंड गोलियां चलाईं। यह हमला करीब 15 मिनट तक चला, और जब तक सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक बड़ी संख्या में हताहत हो चुके थे।

हताहतों का विवरण

आतंकी संगठन और साजिश

इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक फ्रंट संगठन है। TRF ने एक बयान में कहा कि यह हमला ‘कश्मीर के जनसांख्यिकीय बदलाव’ के विरोध में किया गया।

सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादियों के फोटो किए शेयर

पहलगाम में 26 लोगों की हत्या करने वाले आतंकियों के फोटो जारी

मंगलवार की दोपहर पहलगाम के बैसरन घाटी में टूरिस्टों पर 4 से 6 आतंकवादियों ने जमकर गोलियां बरसाईं। हमले में 26 लोगों के मारे जाने की खबर है।

सुरक्षा एजेंसियों ने इस हमले के पीछे के संदिग्ध आतंकवादियों की तस्वीर और स्केच जारी किए हैं। इनमें से तीन आतंकवादियों की पहचान आसिफ फूजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में हुई है। इसके अलावा एक आतंकी का नाम आदिल बताया जा रहा है। 

पहलगाम आतंकी हमले में कश्मीर बंद का आह्वान

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के विरोध में आज कश्मीर बंद का आह्वान किया गया है।  इसमें राजनीतिक दल और व्यापारिक संगठन भी साथ दे रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में कई राजनीतिक दलों ने हमले की निंदा करने और पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए बुधवार को कश्मीर बंद (शटडाउन) के आह्वान को अपना समर्थन दिया है। 

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) ने लोगों से बंद को पूरी तरह सफल बनाने और पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने में शामिल होने की अपील की है। 

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और कश्मीर घाटी के व्यापारियों ने केंद्र शासित प्रदेश के अनंतनाग जिले के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के जवाब में पूर्ण कश्मीर बंद का आह्वान किया है।

बंद का आह्वान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज कश्मीर (सीसीआईके), जम्मू-कश्मीर होटलियर्स क्लब (जेकेएचसी), सभी ट्रैवल एसोसिएशन, ट्रांसपोर्टरों, रेस्तरां मालिकों और नागरिक समाज समूहों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। सीसीआईके के अध्यक्ष तारिक रशीद गनी ने कहा कि बंद का समर्थन घाटी में व्यापार, परिवहन सेवाओं और अन्य प्रतिष्ठानों को बंद करके किया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर में कड़ी सुरक्षा

पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर पूरे जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सुरक्षा बलों ने वाहनों की जांच की। मंगलवार को निर्दोष नागरिकों पर हुए हमले में कम से कम 20 लोग मारे गए।

पहलगाम हमला आतंकवाद की एक क्रूर और अमानवीय तस्वीर है। भारत सरकार, सेना और आम नागरिक सब एकजुट होकर इसका सामना कर रहे हैं।

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