क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) वेबसाइट की ओर से एशिया के टॉप संस्थानों की लिस्ट जारी की गई है। लिस्ट में एशिया भर की कुल 984 यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग की गई है। इन लिस्ट में भारत के 22 संस्थानों को जगह दी गई है।
जारी की गई लिस्ट में भारत के संस्थानों में IIT Delhi को पहला एवं IIT Bombay को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। ओवरऑल रैंकिंग की बात करें तो इन दोनों ही संस्थानों को क्रमशः 44वीं व 48वीं रैंकिंग प्राप्त हुई है।
इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में जबरदस्त उछाल आया है। डीयू को इस बार 81वीं रैंक हासिल हुई जबकि पिछले वर्ष यह 94वें पायदान पर था।
क्यूएस की सीईओ जेसिका टर्नर ने कहा, भारत की बढ़ती शैक्षणिक शक्ति उल्लेखनीय अनुसंधान आउटपुट और पीएचडी-प्रशिक्षित संकाय की असाधारण संख्या के जरिये साफ दिखाई देती है। यह भारतीय विश्वविद्यालयों की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाते हुए क्षेत्रीय और वैश्विक संस्थानों के लिए एक मानक स्थापित करती है।आईआईटी दिल्ली ने आठ मानकों पर बेहतरीन काम करते हुए इस बार 44वीं रैंक हासिल की है। पीएचडी धारक शिक्षकों ने इस बार रैंकिंग बढ़ाने में बेहद अहम भूमिका निभाई है।
उधर, आईआईटी बॉम्बे की रैंकिंग में गिरावट जरूर देखी जा रही है, एकेडमिक और रोजगार मामलों को लेकर इसकी साख कायम है। इस मामले में संस्थान का क्रमश: 27वां और 16वां स्थान रहा। इसके अलावा एकेडमिक प्रतिष्ठा मामले में 75 फीसदी भारतीय संस्थानों की रैंकिंग में उछाल देखा गया है। वहीं, नियोक्ता की प्रतिष्ठा मामले में 73 प्रतिशत संस्थानों ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है।
टॉप 100 में भारत के 7 संस्थान शामिल
टॉप 100 संस्थानों की बात करें तो उस रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली और आईआईटी बॉम्बे के बाद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास को 56वीं रैंक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर को 60वीं रैंक, भारतीय विज्ञान संस्थान को 62वीं रैंक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IITK) को 67वीं और दिल्ली यूनिवर्सिटी (University of Delhi) को 81वीं रैंक प्राप्त हुई है।
रिसर्च पर जोर से भारतीय संस्थानों का दबदबा बढ़ा रहा
क्यूएस के अनुसार, भारतीय संस्थानों की रैंकिंग में लगातार बढ़ोतरी की एक प्रमुख वजह रिसर्च प्रॉडक्टिविटी भी है। एशिया की शीर्ष पांच यूनिवर्सिटी में फैकल्टी मामले में चार भारतीय संस्थान हैं। अन्ना यूनिवर्सिटी इस मामले में दूसरे स्थान पर है। संस्थान का रिसर्च आउटपुट अंतरराष्ट्रीय मानकों में सबसे अधिक खरा उतरा है। इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क इंडिकेटर में अन्ना यूनिवर्सिटी को आठवां स्थान मिला।
इन संस्थानों की रैंकिंग में सुधार और गिरावट
डीयू, जेएनयू, आईआईटी रुड़की, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, एमिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्ट्डीज , वेल्लोर इंस्टीट़यूट, बिरला इंस्टीटयूट, शुलूनी, सावित्रीबाई फूले यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में सुधार देखा गया है।
वहीं, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर, आईआईएसी बैंगलोर की रैंकिंग में गिरावट दर्ज की गई है।