शास्त्रीय नृत्य से विद्यार्थियों को जोड़ेगा भारतीय कला का सुनहरा अवसर
स्पिक मैके उत्तराखंड के तत्वावधान में 26 से 29 नवम्बर 2025 तक श्रीनगर और पौड़ी जनपद के विभिन्न विद्यालय भारतीय शास्त्रीय नृत्य की दिव्य अनुभूति से सराबोर होने जा रहे हैं।
इस अवसर पर प्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना अभ्यालक्ष्मी और कथक नृत्यांगना तबस्मी पॉल मजुमदार विद्यार्थियों को कार्यशाला–डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से भारतीय संस्कृति की जीवंत झलक दिखाएँगी।
संस्कृति का उत्सव, कला का संगम
यह चार दिवसीय कार्यक्रम भारतीय शास्त्रीय नृत्य की परंपरा, सौंदर्य और तकनीकी उत्कृष्टता को छात्रों तक पहुँचाने का एक प्रेरणादायक प्रयास है।
दोनों कलाकार प्रदर्शन के साथ-साथ नृत्य की उत्पत्ति, भाव-भंगिमा, हस्त मुद्राओं, ताल और लय की गूढ़ परंपराओं पर विस्तार से प्रकाश डालेंगी, जिससे विद्यार्थियों को सीखने का प्रत्यक्ष और प्रभावी अनुभव मिलेगा।
विद्यार्थियों में रचनात्मकता और संस्कारों का संचार
यह आयोजन विद्यालयी शिक्षा को सांस्कृतिक चेतना से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगा।
विशेषज्ञ कलाकारों से प्रत्यक्ष संवाद और प्रस्तुति देखने का अनुभव विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, कल्पनाशीलता और सांस्कृतिक समझ को नई उड़ान देगा।
गढ़वाल संयोजक परवेज़ अहमद ने कहा, “यह श्रृंखला विद्यार्थियों के जीवन में कला के प्रति नई ऊर्जा, अनुशासन और सकारात्मक सोच का विकास करेगी। भारतीय पारंपरिक नृत्यों के माध्यम से बच्चों को अपनी विरासत पर गर्व करने की प्रेरणा मिलेगी।”

















Leave a Reply