बैकुंठ चतुर्दशी मेले की सभी तैयारियां समय से पूरा करें: जिलाधिकारी

श्रीनगर बैकुंठ चतुर्दशी मेला 14 नवम्बर से होगा शुरू

गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीनगर में होने वाले बैकुंठ चतुर्दशी मेला-2024 को मनाये जाने को लेकर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने एनआईसी कक्ष में संबंधी अधिकारियों के साथ तैयारी बैठक की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी देते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

यह मेला 14 नवम्बर से शुरू और 20 नवम्बर, 2024 को समाप्त होगा। बुधवार देर सायं को जिलाधिकारी ने श्रीनगर में बैकुंठ चतुर्दशी मेले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।

उन्होंने कहा कि प्रतिदिन होने वाले कार्यक्रमों, सांस्कृतिक प्रोग्राम, प्रतिदिन मेले में आने वाले अतिथियों सहित अन्य कार्यक्रमों का रोस्टर समय से तैयार करें। उन्होंने उपजिलाधिकारी श्रीनगर को कहा कि मेले में आने वाले अतिथियों के लिए आमंत्रण पत्र समय से दें।

उन्होंने पर्यटन विभाग को कहा कि मेले के दौरान राफ्टिंग, हॉट एयर बेलून व अन्य एडवेंचर स्पोर्ट्स गतिविधियों को शामिल करें। उन्होंने मेले में विभागीय स्टॉल लगाने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिये।

जिलाधिकारी ने मेले में सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं को लेकर अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए ताकि मेले में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

इसके साथ ही उन्होंने मेले के दौरान भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मेले की तैयारियों के लिए संबंधित विभागों से समन्वय बनाने और त्वरित कार्रवाई करने को कहा जिससे मेले का आयोजन शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में हो सके।

बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र सेठ, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य शिक्षाधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रमेश कुंवर, जिला पर्यटन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, एआरटीओ एन.के. ओझा सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।

https://regionalreporter.in/24th-uttarakhand-state-foundation-day/
https://youtu.be/DOr9xIQE7b8?si=AoPpYMx5iNxJ08mq
Website |  + posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: