DRDO ने पोखरण में VSHORADS मिसाइलों की सफल टेस्टिंग

राजस्थान के जैसलमेर में पोखरण फायरिंग रेंज में स्वदेशी रूप से विकसित VSHORADS मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। DRDO ने राजस्थान के पोखरण रेंज में विकास परीक्षणों के हिस्से के तौर पर बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली के तीन परीक्षण किए गए।

विस्तार

डीआरडीओ ने शनिवार, 5 अक्टूबर को आधुनिक हथियार सिस्टम VSHORADS का तीसरा सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण पोखरण परमाणु रेंज में किया गया। इस सफल परीक्षण के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, भारतीय सेना और इससे जुड़ी अन्य कंपनियों को बधाई दी। राजनाथ सिंह ने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकियों से लैस यह नई मिसाइल हवाई खतरों के खिलाफ सशस्त्र बलों को और अधिक तकनीकी मदद देगी।

जानें VSHORADS मिसाइल के बारे में

VSHORADS मिसाइल का वजन 20.5 किलोग्राम है। इसकी लंबाई करीब 6.7 फीट और व्यास 3.5 इंच है। यह अपने साथ 2 KG वजन का हथियार ले जा सकता है। इसकी रेंज 250 मी-6 किमी. है। अधिकतम 11,500 फीट तक जा सकता है। अधिकतम गति मैक 1.5 (1800 किमी प्रतिघंटा) है। इससे पहले इसकी टेस्टिंग बीते वर्ष मार्च 2023 और 2022 में 27 सितंबर को की गई थी।

उच्च गति वाले मानव रहित हवाई लक्ष्यों के खिलाफ ग्राउंड-बेस्ड मैन पोर्टेबल लॉन्चर से उड़ान परीक्षण के दौरान मिसाइल ने विमान के पास आने और पीछे हटने की नकल की। मिसाइल ने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा करते हुए लक्ष्यों को मिसाइलों ने अवरुद्ध करके उन्हें नष्ट कर दिया।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार कहीं पर भी ले जाने में सक्षम वायु रक्षा प्रणाली (एमएएनपीएडी) को रक्षा अनुसंधान एवं विकास (DRDO) संगठन की प्रयोगशालाओं में भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से रिसर्च सेंटर इमारत (आरसीआई) ने स्वदेशी रूप से तैयार और विकसित किया है।

बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली की इस मिसाइल को दोहरी थ्रस्ट सॉलिड मोटर से संचालित किया जाता है। इसका उद्देश्य सीमित दूरी से कम ऊंचाई पर उड़ने वाले हवाई उपकरणों के खतरों को बेअसर करना है। उड़ान परीक्षणों को भारतीय सेना के अधिकारियों, डीआरडीओ प्रयोगशालाओं के वरिष्ठ वैज्ञानिकों और रक्षा उद्योग जगत भागीदारों की उपस्थिति में पूरा किया गया।

कम ऊंचाई पर उड़ने वाले खतरों को करेगी बेअसर

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) इस कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली मिसाइल का पहले ही दो सफल परीक्षण कर चुका है। अब तीसरे परीक्षण में भी मिसाइल ने तय लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा। VSHORADS, एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPAD), DRDO और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) द्वारा विकसित एक स्वदेशी मिसाइल है।

मिसाइल में लघु प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली Reaction Control System-(RCS) और एकीकृत एवियोनिक्स जैसी उन्नत तकनीक शामिल हैं। इस मिसाइल का उद्देश्य कम ऊंचाई पर उड़ने वाले हवाई खतरों जैसे ड्रोन्स आदि को बेअसर करना है। 

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