ऊखीमठ: हिमालय में सबसे ऊंचाई पर विराजमान तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा 95 हजार के पार पहुंच गया है जबकि भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में 34 हजार, शिव पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण में 1 लाख 28 हजार तथा द्वितीय केदार मदमहेश्वर धाम में 10 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने पूजा- अर्चना व जलाभिषेक कर विश्व समृद्धि की कामना की।
20 जून के बाद सभी तीर्थ में तीर्थ यात्रियों के आवागमन में भारी गिरावट आई थी मगर शिव जी के पवित्र मास सावन शुरू होते ही शिवालयों में भक्तों का तांता फिर शुरू होने लगा है।

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द्वितीय केदार मदमहेश्वर धाम में तीर्थ यात्रियों का आकंडा धीरे-धीरे नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है क्योंकि मदमहेश्वर धाम की यात्रा सबसे विकट मानी गयी है।
जानकारी देते हुए तुंगनाथ धाम के प्रबन्धक बलवीर सिंह नेगी ने बताया कि तुंगनाथ धाम में अभी तक 53 हजार 603 पुरूष, 32 हजार 771 महिलाएं, 3242 नौनिहाल तथा 228 साधु सन्यासी सहित 95 हजार 244 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके है तथा सावन मास के प्रथम सोमवार के पावन अवसर पर 700 से अधिक तीर्थ यात्रियों ने पूजा- अर्चना व जलाभिषेक कर मनौती मांगी। उन्होंने बताया कि चोपता से सीधे चन्द्रशिला जाने वाले पर्यटकों को मन्दिर समिति के रिकार्ड में दर्ज नहीं किया जाता है।

मन्दिर समिति से मिली जानकारी के अनुसार, भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में 19, 427 पुरूष, 13 ,636 महिलाएं, 1793 नौनिहालों सहित 34 हजार 974 तीर्थ यात्रियों में दर्शन कर पुण्य अर्जित किया जबकि शिव – पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण में 61 हजार 663 पुरूष, 57 हजार 210 महिलाएं व 9624 नौनिहालों सहित 1 लाख 28 हजार, 497 तीर्थ यात्री पुण्य के भागी बने।
मदमहेश्वर घाटी से रासी गाँव से लगभग 14 किमी दूर सुरम्य मखमली बुग्यालों के मध्य तथा बूढ़ा मदमहेश्वर की तलहटी में विराजमान द्वितीय केदार मदमहेश्वर धाम में 7237 पुरूष, 3368 महिलाएं, 187 नौनिहालों तथा 28 साधु-सन्यासी सहित 10 हजार 800 तीर्थ यात्रियों ने पूजा – अर्चना व जलाभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की।
मन्दिर समिति वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि द्वितीय केदार मदमहेश्वर धाम की यात्रा में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है तथा अगले माह 20 अगस्त के बाद सभी धामों में तीर्थ यात्रियों के आवागमन में भारी सम्भावना बनी हुई है।

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