पेपर लीक कांड में बड़ा एक्शन, SIT से हटकर अब CBI करेगी पूरी जांच
उत्तराखंड के बहुचर्चित UKSSSC पेपर लीक मामले में अब CBI जांच की आधिकारिक अधिसूचना जारी हो गई है।
केंद्र के दिल्ली हेडक्वार्टर से जांच को मंजूरी मिलते ही उत्तराखंड की SIT अब तक की पूरी जांच रिपोर्ट, दस्तावेज और सबूत केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने की तैयारी में है।
21 सितंबर 2025 को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद सोशल मीडिया पर लीक हो गया था।
जांच में सामने आया कि प्रश्नपत्र हरिद्वार जिले के आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादुरपुर जट (लक्सर) से बाहर गया था।
जिनमें पकड़े गए आरोपियों में परीक्षार्थी खालिद मलिक, उसकी बहन साबिया, जिसने प्रश्नपत्र शेयर किया और पेपर सॉल्व करने वाली टिहरी की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन चौहान, जिन्हें निलंबित कर दिया गया।
इसके अलावा, केंद्र में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट के.एन. तिवारी, एसआई रोहित कुमार और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी को भी लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया।
सरकार ने क्यों सौंपी जांच CBI को
उत्तराखंड सरकार पर लगातार युवाओं के आंदोलन और विपक्ष के दबाव के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फैसला लिया कि इस पूरे प्रकरण की जांच CBI से कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी खुद धरनास्थल पर पहुंचे और युवाओं से बात करते हुए कहा “हम हर हाल में दोषियों को सजा दिलाएंगे। युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा।”
सरकार ने यह भी तय किया कि आंदोलन के दौरान छात्रों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे।















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