अमेरिका ने दक्षिण सूडान की सरकार के असहयोगात्मक रवैये को लेकर उसके नागरिकों के लिए जारी सभी वीज़ा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए हैं।
यह कदम अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की घोषणा के बाद उठाया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि दक्षिण सूडान अपने नागरिकों की वापसी प्रक्रिया में सहयोग नहीं कर रहा।
विदेश मंत्री रुबियो ने स्पष्ट किया, “प्रत्येक देश की जिम्मेदारी होती है कि वह अपने नागरिकों को वापस स्वीकार करे। लेकिन दक्षिण सूडान की सरकार प्रत्यावर्तन प्रक्रिया में अड़चन डाल रही है, जो अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के खिलाफ है।”
इस निर्णय से उन दक्षिण सूडानी नागरिकों पर असर पड़ेगा जो अमेरिका में कानूनी या अस्थायी स्थिति में रह रहे थे। अमेरिका पहले से ही दक्षिण सूडान को अस्थायी संरक्षित स्थिति (TPS) के अंतर्गत सहायता दे रहा था, जो अब 3 मई को समाप्त हो रही है।
दक्षिण सूडान 2011 में आज़ाद हुआ था, लेकिन तब से लगातार राजनीतिक अस्थिरता और संघर्षों से जूझ रहा है। 2013 से 2018 तक चले गृहयुद्ध में 4 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे। वर्तमान में राष्ट्रपति सलवा कीर और उपराष्ट्रपति रीक मचार के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ रहा है, जिससे फिर से गृहयुद्ध की आशंका बन गई है।
संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी देश की स्थिति पर चिंता जताई है। अमेरिका का यह कदम दक्षिण सूडान पर राजनयिक दबाव बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा संकेत माना जा रहा है।