कलेक्ट्रेट परिसर में जूते-चप्पल चले, वीडियो वायरल; आरोपी पर FIR दर्ज
उत्तर प्रदेश के झांसी कलेक्ट्रेट परिसर में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक महिला वकील ने अपने नाम से बनाए गए कथित फर्जी वकालतनामे का विरोध किया।
आरोप है कि इस पर कथित क्लाइंट उनसे भिड़ गया और बात हाथापाई तक पहुंच गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला
फैमिली कोर्ट के सामने स्थित चेंबर में प्रैक्टिस करने वाली एडवोकेट प्रभादेवी विश्वकर्मा को गुरुवार को जानकारी मिली कि चकबंदी कोर्ट में उनके नाम से एक वकालतनामा दाखिल है। इस वकालतनामे में उनकी मुहर और हस्ताक्षर भी दर्ज बताए जा रहे हैं।
जब एक अन्य वकील ने उनसे केस में पेश होने को लेकर संपर्क किया, तो उन्हें इस कथित फर्जीवाड़े का पता चला। इसके बाद वे चकबंदी कार्यालय पहुंचीं और मामले की जानकारी जुटानी शुरू की।
आरोप आमने-सामने, बढ़ा विवाद
प्रभादेवी का कहना है कि संबंधित व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने उन्हें धमकाया और विवाद बढ़ता गया।
देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच कहासुनी मारपीट में बदल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कलेक्ट्रेट परिसर में जूते-चप्पल तक चल गए।
शिकायत दर्ज, आरोपी फरार
घटना के बाद महिला वकील ने थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
मारपीट का वीडियो उसी दौरान परिसर में मौजूद लोगों ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया, जिससे मामला और सुर्खियों में आ गया।
पुलिस का बयान
नवाबाद थाना प्रभारी जेपी पाल ने बताया कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है और तथ्यों की जांच की जा रही है।
थाना प्रभारी ने कहा कि, “जांच के बाद दोषी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी,”
क्या होता है वकालतनामा
वकालतनामा वह कानूनी दस्तावेज होता है जिसके जरिए कोई व्यक्ति किसी वकील को अपनी ओर से मुकदमा लड़ने, दस्तावेज दाखिल करने और कानूनी कार्यवाही करने का अधिकार देता है। बिना सहमति या फर्जी दस्तावेज बनाकर ऐसा करना गंभीर अपराध माना जाता है।
















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