- नेपाल के छात्रों ने की कैंपस में प्रदर्शन, नेपाल PM ने हस्तक्षेप किया
- भारतीय दूतावास ने छात्रा की मौत पर दुख जताया, जांच जारी
भारत की एक यूनिवर्सिटी में हुई एक घटना की गूंज नेपाल तक पहुंच गई। नेपाल की सरकार ने इस मामले की जांच के लिए दो अधिकारी तक भारत भेज दिए हैं।
विस्तार
यह पूरा मामला भुवनेश्वर के प्रतिष्ठित कालिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) का है। KIIT की BTech थर्ड इयर की नेपाल की एक छात्रा ने रविवार, 16 फरवरी को हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली।
छात्रा की मौत के बाद पूरे कैंपस में प्रदर्शन शुरू हो गए, जिनकी अगुआई इंस्टिट्यूट में पढ़ रहे नेपाल के अन्य छात्रों ने की।
आरोप है कि, इंस्टिट्यूट ने नेपाल के छात्रों के लिए अनुचित शब्दों का इस्तेमाल किया। साथ ही इंस्टिट्यूट का प्रशासन मामले को दबाने में लगा है। हालात को देखते हुए सोमवार को कैंपस में भारी फोर्स तैनात की गई।
इंस्टिट्यूट ने नेपाल के छात्रों को हॉस्टल से निकाला
KIIT प्रशासन ने कहा, ‘हालात को देखते हुए नेपाल के छात्रों को उनके घर भेज दिया गया है। फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है।’ सोमवार को नेपाल के छात्रों से भरी दो बसें कटक रेलवे स्टेशन पहुंचीं।
स्टेशन पर एक छात्र ने कहा, ‘हमें हॉस्टल का कमरा खाली करने को कहा गया और रेलवे स्टेशन पर उतार दिया गया। हमें 28 फरवरी को परीक्षा देनी थी।
मामला उजागर होने लगा तो इंस्टिट्यूट ने नेपाल के छात्रों को कैंपस में रहने और कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति दी।
अन्य राज्यों के छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें इंस्टिट्यूट के प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड हॉस्टल से बाहर जाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
KIIT अधिकारियों ने छात्रों के उन आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि उन्हें छात्रावास से बाहर जाने की अनुमति नहीं थी।
अब तक लोग गिरफ्तार
ओडिशा के भुवनेश्वर में कालिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी में नेपाली छात्रा की मौत के मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है, जिसमें उस छात्रा का एक बैचमेट, KIIT के तीन डायरेक्टर समेत दो सिक्योरिटी गार्ड भी शामिल हैं।
ओडिशा सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक हाईलेवल कमेटी का गठन किया है।
नेपाल के पीएम ने कहा, हम अधिकारियों के संपर्क में
नेपाली छात्रा के सुसाइड करने और नेपाल के छात्रों को बेदखली का निर्देश जारी करने से जुड़े विवाद के बीच नेपाल के पीएम ने हस्तक्षेप किया है।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “नई दिल्ली स्थित हमारे दूतावास ने ओडिशा में प्रभावित नेपाली छात्रों की काउंसलिंग के लिए दो अधिकारियों को भेजा है। इसके अलावा, यह सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की गई है कि उनको छात्रावास में रहने या घर लौटने का विकल्प मिलेगा।”