उत्तराखंड सरकार ने मंदिर परिसर में रील और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय चार धामों-केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री में लागू किया गया है। अब इन मंदिरों के दायरे में रील और वीडियो बनाना प्रतिबंधित होगा
इस बार मंदिर परिसर में रील, वीडियो और फोटोग्राफी पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर समिति ने आदेश दिया है कि मंदिर के दायरे में मोबाइल और कैमरा पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी यात्री को सोशल मीडिया से जुड़े उपकरण लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी।
मंदिर समिति ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। परिसर में पुलिस और आईटीबीपी के जवानों के साथ-साथ मंदिर समिति के कर्मचारी भी तैनात रहेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर पूरे क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान चलाया जाएगा ताकि कोई भी नियम का उल्लंघन न कर सके।
श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने कहा कि मंदिर की गरिमा बनाए रखना पहली प्राथमिकता है। उन्होंने बताया, “मंदिर परिसर में किसी भी यात्री को मोबाइल या कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. रील और वीडियो बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
VIP दर्शन पर रोक
इस बार चारधाम यात्रा के दौरान पैसे देकर VIP दर्शन की सुविधा भी नहीं दी जाएगी। मंदिर समिति ने कहा है कि सभी श्रद्धालुओं को समान रूप से दर्शन का अवसर मिलेगा और किसी को भी विशेष सुविधा नहीं दी जाएगी।
चारधाम यात्रा का शेड्यूल
- गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे।
- 2 मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
- 4 मई को विधि-विधान के साथ बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे।