एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार, 22 जून को बेल्जियम को 4-3 से हराकर टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत दर्ज की। इस जीत से भारत ने लगातार सात मैचों की हार के क्रम को भी तोड़ दिया।
मैच की शुरुआत में बेल्जियम ने आक्रामक तेवर अपनाए। 8वें मिनट में आर्थर डी स्लोवर ने पहला गोल दागा और भारत पर 1-0 की बढ़त बना ली। भारत पहले क्वार्टर में दबाव में नजर आया।
दूसरे क्वार्टर में भारत ने संयम और रणनीति से खेलते हुए वापसी की। सुखजीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर भारत को बराबरी दिलाई। स्कोर 1-1 हो गया और मुकाबला फिर से जीवंत हो उठा।
तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिली। बेल्जियम के निकोलस स्टॉकब्रोक्स ने गोल कर स्कोर 2-1 किया लेकिन सुखजीत सिंह ने फिर से जवाबी हमला कर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। यह उनका दूसरा व्यक्तिगत गोल था।
भारत ने पहली बार बनाई बढ़त
35वें मिनट के बाद भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला और अमित रोहिदास ने बेहतरीन गोल कर भारत को पहली बार 3-2 की बढ़त दिलाई। यह गोल भारत के मनोबल को नई ऊंचाई पर ले गया।
बेल्जियम ने जल्दी ही वापसी की और पेनल्टी कॉर्नर पर थिब्यू लैबोचेरे ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल दागा। स्कोर फिर से 3-3 से बराबर हो गया।
हरमनप्रीत का विजयी स्ट्रोक
मैच खत्म होने में महज दो मिनट बाकी थे, जब भारत ने बेल्जियम के सर्कल में सेंध लगाई और वीडियो रेफरल के बाद भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने इस मौके को गोल में बदलते हुए भारत को 4-3 से ऐतिहासिक जीत दिलाई।
