रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
ऋषिकेश में पत्रकार के साथ मारपीट मामले के बाद देहरादून पुलिस हरकत में आ गई है। एसएसपी देहरादून ने देहात पुलिस की समीक्षा की। इस दौरान एसएसपी ने अवैध शराब पर थाना ऋषिकेश पर इस साल की कार्यवाही के आंकड़े चेक किए। एसएसपी ने नाराजगी जाहिर करते हुए देहात एसओजी की टीम को भंग कर दिया है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि पिछले दिनों ऋषिकेश में अवैध शराब का धंधा करने वाले लोगों ने एक पोर्टल पत्रकार के साथ मारपीट की थी। स्थानीय पत्रकार योगेश डिमरी पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में अवैध शराब के चलन पर लगातार खबरें कर रहे थे। रविवार, 1 सितम्बर को वो ऐसी ही एक खबर करने जा रहे थे, तब उनकी स्कूटी रोककर कुछ बदमाशों ने पत्रकार योगेश डिमरी पर जानलेवा हमला कर दिया।
योगेश डिमरी को गंभीर हालत में एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। इस घटना से उत्तराखंड के पत्रकारों औऱ आम लोगों में खासा रोष व्याप्त है। आक्रोशित लोगों ने सोमवार, 2 सितम्बर को ऋषिकेश कोतवाली का घेराव किया। जिसके बाद पुलिस को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस घटना के पीछे शराब माफिया सुनील उर्फ गंजा का नाम सामने आया था। सोमवार, 2 सितम्बर को वादी संदीप भण्डारी पुत्र दयाल सिंह भण्डारी ने घटना के सम्बन्ध में लिखित तहरीर दी कि सुनील गंजा द्वारा उनके साथ मारपीट कर बेसबाल के डंडे से जानलेवा हमला किया गया, जिसमे योगेश डिमरी को गम्भीर चोटें आयी।
लिखित तहरीर के आधार पर सुनील कुमार के विरूद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 456/24, धारा 109 (1), 352 में मुकदमा दर्ज किया गया मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून ने नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु आदेशित किया गया था।
पुलिस अधीक्षक देहात व क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के निर्देशन में तीन अलग-अलग पुलिस टीम गठित की गई, जिस पर गठित टीम ने मुख्य अभियुक्त सुनील कुमार पुत्र लाखन सिंह, निवासी, गली नं0 02 इन्द्रानगर, थाना ऋषिकेश देहरादून को शनि देव मंदिर रानी पोखरी के पास से गिरफ्तार किया।
एसओजी को किया भंग, दो दर्जन पुलिसकर्मियों को हटाने की तैयारी
ऐसे में एसएसपी अजय सिंह ने ऋषिकेश पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा की। इस दौरान पता चला कि पुलिस ने इस साल अब तक 113 तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन एसओजी ने अवैध शराब पर कोई कार्रवाई नहीं की। लिहाजा एसओजी देहात को भंग कर दिया गया। इसके साथ ही अब थाने में तैनात दो दर्जन पुलिसकर्मियों को भी हटाया जा रहा है।
वहीं पुलिस द्वारा कुल 113 मुक़दमे दर्ज कर 111 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी देहरादून ने शराब तस्करों पर कार्यवाही न होने पर नाराजगी दिखाई। इसके साथ ही देहात की एसओजी की टीम को भंग कर दिया है। बता दें, अब पूरे देहरादून में सिर्फ एक एसओजी का कार्यक्षेत्र होगा। जो एसएसपी को रिपोर्ट करेगी। इसके साथ ही दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों को थाना ऋषिकेश से अन्य जगह ट्रांसफर हो सकते हैं।