घर में घुसे मां-बच्चे भालू का वीडियो वायरल
जनपद में भालुओं की दहशत लगातार बढ़ती जा रही है।
टकनौर क्षेत्र के मल्ला गांव सहित कई गांवों में भालू घरों की छतों और
आंगन में घूमते दिखाई दे रहे हैं।
इससे लोग अंधेरा होने के बाद घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
घर में घुसे मां-बच्चे भालू
भटवाड़ी ब्लॉक के मल्ला गांव में जंगल से निकलकर एक भालू अपने दो बच्चों के साथ घर में घुस गया।
घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
भालू और उसके बच्चे घर में प्रवेश कर भोजन ढूंढते नजर आए।
दोनों बच्चे लड़ते भी दिखाई दिए, जिन्हें मां अलग कर देती है। काफी देर तक यह परिवार घर में घूमता रहा।
लोगों पर हमले और नुकसान
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग की ओर से भालू की दहशत को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
भालुओं के भय से पहले भी जंगल में दो महिलाओं की मौत हो चुकी है।
भालू अब सीधे आबादी तक पहुंचकर घरों और छानियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
मोरी ब्लॉक के गोविंद वन्य जीव विहार पार्क क्षेत्र के जखोल गांव में भी भालुओं ने घर और छानियां तोड़कर भारी नुकसान किया।
ग्रामीणों की चिंता
ग्रामीण गंगा सिंह रावत, धाम सिंह, गौर सिंह, जगदीश, ताली राम, जयेंद्र सिंह,
राजी सिंह, भगवान सिंह, फागणु का कहना है कि यह भालू कई दिनों से गांव के आसपास मंडरा रहा था।
पहले यह जंगल में काम कर रहे लोगों और मवेशियों को नुकसान पहुंचा रहा था।
अब इसकी हरकतें आबादी तक पहुंच गई हैं। ग्रामीणों ने डीएफओ को ज्ञापन सौंपकर भालू के बढ़ते हमलों को लेकर सुरक्षा की मांग की है।
प्रशासन की भूमिका
ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा है। उनका कहना है
कि यदि जल्द ही सुरक्षा उपाय नहीं किए गए, तो भालुओं के हमले बढ़ सकते हैं
और लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है।
उत्तरकाशी में भालुओं की बढ़ती गतिविधि ने स्थानीय लोगों में डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि जंगली भालुओं और ग्रामीणों के बीच संघर्ष को रोकने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाना आवश्यक है।
















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