जिला चिकित्सालय गोपेश्वर तथा कर्णप्रयाग चिकित्सालय को मिले उन्नत उपकरण

  • मुख्य चिकित्साधिकारी ने किया उद्घाटन
  • क्रिएटिव अटेम्प्ट इन रूरल डेवलपमेंट के माध्यम से मिले चिकित्सा उपकरण

शिपिंग कॉरपोरेशन आफ इंडिया के कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत क्रिएटिव अटेम्प्ट इन रूरल डेवलपमेंट (कार्ड) संस्था के माध्यम से जिला चिकित्सालय गोपेश्वर तथा उपजिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग को उन्नत चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।

सोमवार, 17 मार्च को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अभिषेक गुप्ता ने कर्णप्रयाग में उपकरणों का उद्घाटन किया गया।

जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में रोगियों को लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के लिए ऋषिकेश, देहरादून, हल्द्वानी या बरेली की दौड़ लगानी पड़ती थी लेकिन अब कई प्रकार की सर्जर के लिए ही गोपेश्वर में ही लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध हो गई है।

अस्पताल को ये उपकरण क्रिएटिव अटेम्प्ट इन रूरल डेवलपमेंट के माध्यम से प्राप्त हुए हैं।

उपजिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में स्थापित की जा रही एबीजी, सीबीसी तथा ईसीजी उपकरणों के उद्घाटन अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अभिषेक गुप्ता ने कहा, कि इन उपकरणों के माध्यम से चमोली क्षेत्र की जनता को ईसीजी, एबीजी तथा सीबीसी जैसे सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण जांचों के लिए श्रीनगर, ऋषिकेश, देहरादून, हल्द्वानी तथा रानीखेत की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि, इन उपकरणों का लाभ सामान्य जनता के साथ ही चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को भी मिलेगा।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक गोपेश्वर डॉ अनुराग धनिक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कर्णप्रयाग डॉ बी.पी. पुरोहित, एससीआई प्रतिनिधि शिखा चौहान, कार्ड संस्था के प्रतिनिधि डॉ कमलेश सिंह महर, अस्पताल कर्मी तथा कई रोगी भी मौजूद रहे।

कंप्लीट ब्लड काउंट (Complete Blood Count) रक्त के स्वास्थ्य और समग्र शरीर के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देता हैं। सीबीसी परीक्षण से बीमारियों, स्थितियों, विकारों और संक्रमणों की एक विस्तृत श्रृंखला के निदान, निगरानी और जांच में मदद मिलती हैंं। सीबीसी परीक्षण रक्त कोशिकाओं की गिनती करता हैं। इसमे व्यक्ति के रक्त का नमूना लिया जाता हैं और इसे प्रयोगशाला में भेजा जाता हैं। फिर इसका मूल्यांकन करने के लिए परीक्षणों की एक श्रृंखला कि जाती हैं। इस परीक्षण के माध्यम से व्यक्ति के स्वास्थ्य की निगरानी करने में मदद मिलती हैं।

ईसीजी (ECG) या Electrocardiogram यह एक ह्रदय का परिक्षण है जिसमे मशीन द्वारा ह्रदय के विद्युत् क्रियाकलाप (Electrical Activity) को दर्ज किया जाता है। ह्रदय की हर धड़कन के साथ विद्युत् का आवेग (Electrical Impulse) ह्रदय से गुजरता है। इस आवेग से ह्रदय की मांसपेशिया संकुचित होती है ह्रदय से रक्त पुरे शरीर में supply होता है।

बीजी टेस्ट अर्टेरियल ब्लड गैस (Arterial Blood Gas) टेस्ट है जिसमें खून में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर का पता चलता है। ABG टेस्ट डॉक्टरों द्नारा रोगी की श्वसन और चयापचय स्थिति का आकलन करने के लिए किया जाता है। ये तब किया जाता है जब व्यक्ति को फेफड़ों औरमेटाबोलिज्म से जुड़ी परेशानियां परेशान करती हैं। दरअसल, एबीजी टेस्ट करने पर ये पता चलता है कि फेफड़े कैसे काम कर रहे हैं और शरीर में एसिड-बेस बैलेंस ( acid-base balance) कैसा है।

https://youtube.com/shorts/2avPXLV9jPE?si=Jg37YelUhOqMu1GN

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