सीएचसी चौंड में हुई थी घटना
विधानसभा में उठा मौत का मामला
अस्पताल में चिकित्सकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति हुई अनिवार्य
रीजनल रिपोर्टर स्टेट ब्यूरोः टिहरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौंड से रेफर होने पर गर्भवती महिलाओं की मौत के मामले पर चिकित्सकों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश जारी हुए हैं।
प्रत्येक राजकीय चिकित्सालयों में चिकित्सकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने बताया कि टिहरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौंड में गर्भवती महिलाओं की मौत की वजह चिकित्सकों की लापरवाही है।
बजट सत्र में उठे इस मामले पर डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौंड में चिकित्सकों के नौ पद सृजित हैं, जिनके सापेक्ष चिकित्सालय में तीन चिकित्सक तैनात है। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय टिहरी व आस-पास के अस्पतालों से रोटेशन के आधार पर स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती हफ्ते में 3 दिन के लिए कर दी गयी है।
स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती से महिलाओं को अस्पताल में सुविधा व उपचार मिल सकेगा। डाॅ. रावत का कहना है कि सरकार राज्य में चिकित्सकों की कमी को दूर करने में जुटी है व जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को करीब 350 नये बान्डधारी चिकित्सक मिल जायेंगे, जिनकी तैनाती सुदूर व दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों के चिकित्सालयों में की जायेगी।