भारतीय वायु सेना समय-समय पर अपने सैनिकों को राफ्टिंग का प्रशिक्षण देती रहती है। उसी संबंध में सेना ने अपना एक लंबा एक्सपीडिशन जोकि चमोली से ऋषिकेश तक लगभग 205 किमी. का होगा।
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एयरफोर्स हेडक्वार्टर एडवेंचर सेल दिल्ली के तत्वाधान में गुरुवार, 28 नवंबर को चमोली अलकनंदा नदी घाट से ऋषिकेश के लिए वायु सेना के विंग कमांडर विजय भट्ट के नेतृत्व में 14 वायु सैनिको एवं 2 गाइडों का एक दल एक्सपीडिशन के लिए रवाना हुआ।
यह दल 3 दिसम्बर को ऋषिकेश पहुंचेगा। व्हाइट वाटर राफ्टिंग के लिए गंगा नदी सबसे चुनौतीपूर्ण नदियों में से एक मानी जाती है।
विंग कमांडर विजय भट्ट ने बताया कि, वायु सेना द्वारा इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर कराए जाते हैं। वायु सैनिकों को एडवैंचर गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जाता है। जहां युवा इससे सेना में आने के लिए प्रेरित होंगे।
वहीं स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले वायु सेना द्वारा लेह में और गंगा नदी में एक्सपीडीशन किए गए हैं।
गाईड विवेक नेगी ने बताया कि, चमोली घाट से एक्सपीडिशन प्रारम्भ हो रहा है जिसमें वायु सैनिकों को व्हाइट वॉटर रिवर राफ्टिंग में रेस्क्यू पैडलिंग, कैसे दूसरों को सेव करना है आदि गतिविधियों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 25 किमी. के हिसाब से सैक्शन बनाए गए हैं। एक्सपीडिशन से स्थानीय नौजवान मोटीवेट होंगे और अपने स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।
इससे वायु सेना ही नहीं देश के अन्य लोगों को इस कठिन नदी में राफ्टिंग, पर्यटकों के संसाधन व सेना को विभिन्न आपदाओं में बचाव करने जैसा अनुभव मिलेगा।
इस राफ्टिंग प्रशिक्षण का संचालन विंग कमांडर विजय भट्ट, सार्जेंट गौरव व सार्जेंट खत्री जी की देखरेख में चल रहा है।