‘सुरक्षित दवा, सुरक्षित जीवन’ अभियान के तहत एक्सपायरी और अमानक दवाओं पर सख्ती
जनहित में दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बुधवार को पौड़ी बाजार स्थित
औषधि दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया।
यह कार्रवाई जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा “सुरक्षित दवा, सुरक्षित जीवन” अभियान
और “जेनेरिक ड्रग्स – इफेक्टिव, इकोनॉमिकल एंड एसेंशियल” अभियान के तहत की गई।
निरीक्षण के दौरान औषधि दुकानों में दवाओं की एक्सपायरी तिथि, भंडारण व्यवस्था, जेनेरिक दवाओं की
उपलब्धता, मूल्य सूची और अभिलेखों की गहन जांच की गई।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सचिव डीएलएसए ने दिए सख्त निर्देश
निरीक्षण दल का नेतृत्व नाज़िश कलीम, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने किया।
उन्होंने औषधि विक्रेताओं को निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में एक्सपायरी
या अमानक दवाओं का विक्रय न किया जाए।
साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि आम नागरिकों को सुरक्षित,
गुणवत्तापूर्ण और किफायती जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
उन्होंने कहा कि दवाओं की गुणवत्ता से सीधा संबंध लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा है
और इसमें किसी भी स्तर पर समझौता स्वीकार्य नहीं है।
दवाओं के सुरक्षित उपयोग को लेकर जागरूकता
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने औषधि विक्रेताओं को दवाओं के सही उपयोग,
उचित भंडारण और औषधि अधिनियम से जुड़े कानूनी प्रावधानों की जानकारी भी दी।
साथ ही विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि सभी आवश्यक दस्तावेज और रिकॉर्ड अद्यतन रखें।

निरीक्षण दल में ये अधिकारी रहे मौजूद
इस दौरान औषधि निरीक्षक सीमा बिष्ट चौहान, पूर्ति अधिकारी शैलेंद्र बड़ोला, सब-इंस्पेक्टर हेमलता बहुगुणा,
जिला समन्वयक, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम श्वेता गुसाईं सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
पृष्ठभूमि
प्रशासन द्वारा समय-समय पर औषधि दुकानों का निरीक्षण इसलिए किया जाता है
ताकि बाजार में एक्सपायरी, नकली या अमानक दवाओं की बिक्री पर रोक लगाई जा सके
और आम जनता को सुरक्षित उपचार मिल सके।
















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