जब ग्रामीण जीवन में सामूहिक गतिविधियाँ धीरे-धीरे कम होती जा रही हैं,
ऐसे समय में ऐतिहासिक एवं धार्मिक गाँव लमगौंडी ने एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया है।
हाल ही में यहाँ आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट ने यह साबित कर दिया कि यदि नेतृत्व मजबूत हो,
सोच सकारात्मक हो और समाज एकजुट हो, तो कोई भी आयोजन यादगार बन सकता है।
बद्री-केदार मंदिर समिति के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने कहा कि आज के दौर में
ऐसे आयोजन गाँवों में सामाजिक एकता और सामूहिक चेतना को जीवित रखते हैं।
उन्होंने बताया कि लमगौंडी का यह क्रिकेट टूर्नामेंट केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं,
बल्कि गाँव की संस्कृति, अनुशासन और युवा ऊर्जा का उत्सव था।
50 टीमों ने लिया हिस्सा, बना खेल महाकुंभ
यह टूर्नामेंट अजय जुगरान (एडमिन – अपना प्यारा उत्तराखंड फेसबुक पेज) की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
प्रतियोगिता में लगभग 50 टीमों ने भाग लिया, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल बन गया।
गाँव के हर नागरिक ने बाहर से आई टीमों, खिलाड़ियों और अतिथियों का आत्मीय स्वागत किया।
‘अतिथि देवो भवः’ की भावना हर व्यवस्था और व्यवहार में साफ़ दिखाई दी, जिसकी सभी ने खुले दिल से सराहना की।
रोमांचक फाइनल मुकाबला
फाइनल मैच अज्जू विश्वनाथ फ्रेंड्स क्लब और देवांश फ्रेंड्स क्लब के बीच खेला गया।
मुकाबला बेहद रोमांचक और अनुशासित रहा।
अंततः देवांश फ्रेंड्स क्लब विजेता बना, लेकिन टूर्नामेंट का संदेश स्पष्ट था, यहाँ कोई हारा नहीं, क्योंकि मैदान में उतरने वाला हर खिलाड़ी विजेता था।
गरिमामयी उपस्थिति ने बढ़ाई शोभा
फाइनल के दिन ग्राम प्रधान रंजना देवी, जीआईसी लमगौंडी की प्रधानाचार्या श्रीमती बर्मा,
क्षेत्र पंचायत सदस्य मनीष बगवाड़ी, जिला पंचायत सदस्य सुबोध बगवाड़ी,
वरिष्ठ समाजसेवी एवं संगीतज्ञ किशन अवस्थी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य गणेश तिवारी,
पूर्व प्रधान दीपा जुगरान, नरेंद्र शर्मा, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख विष्णुकांत शुक्ला,
पूर्व प्रधान लवारा कैलाश पुरोहित, वेदज्ञ ओंकारनाथ बाजपेयी
और पूर्व केदार सभा अध्यक्ष महेश बगवाड़ी सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
कमेंट्री और लाइव प्रसारण बना आकर्षण
टूर्नामेंट को जीवंत बनाने में कमेंटेटरों की अहम भूमिका रही।
अजय जुगरान, सतीश बाजपेई, राजकुमार शुक्ला, वरिष्ठ कमेंटेटर आशीष बाजपेयी,
युवा कमेंटेटर हिमांशु बाजपेयी और सौरभ कर्नाटकी ने अपनी ओजस्वी कमेंट्री से मैदान का रोमांच दर्शकों तक पहुँचाया।
विशेष बात यह रही कि अपना प्यारा उत्तराखंड और सतीश बाजपेई के फेसबुक पेज के माध्यम से
पूरे टूर्नामेंट का लाइव प्रसारण किया गया, जिसे देश-विदेश में बैठे लोगों ने देखा।
इससे लमगौंडी को डिजिटल स्तर पर भी नई पहचान मिली।
‘वन मैन आर्मी’ बने पुष्पेंद्र प्रकाश शुक्ला
आयोजन की सफलता में पुष्पेंद्र प्रकाश शुक्ला, अध्यक्ष – देवरा समिति लमगौंडी,
की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही।
योजना से लेकर संचालन और व्यवस्थाओं तक उन्होंने हर मोर्चे पर जिम्मेदारी निभाई और स्वयं को एक सच्चे ‘वन मैन आर्मी’ के रूप में साबित किया।
यह क्रिकेट टूर्नामेंट लमगौंडी के लिए सिर्फ एक आयोजन नहीं,
बल्कि यह संदेश है कि गाँव आज भी सामूहिकता, संस्कार और तकनीक के सहारे बड़े और प्रेरणादायक आयोजन कर सकते हैं।
लमगौंडी ने साबित कर दिया कि खेल केवल खेल नहीं होता, बल्कि समाज को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम भी होता है।















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