हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ की यात्रा का आगाज होने में दो दिन का समय शेष रह गया है। आगामी रविवार को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर मे केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ पूजन के साथ केदारनाथ यात्रा का आगाज होगा।
28 अप्रैल को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ऊखीमठ से कैलाश के लिए रवाना होगी तथा विभिन्न यात्रा पडा़वो पर भक्तो को आशीर्वाद देते हुए 1 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट वेद ऋचाओ के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेंगे।
केदारनाथ धाम मे मन्दिर समिति के 18 सदस्यीय एडवास दल द्वारा सभी व्यवस्थाये चाक – चौबंद की जा रही है । मन्दिर समिति द्वारा ओकारेश्वर मन्दिर को 8 कुन्तल फूलों से सजाने की तैयारिया शुरू कर दी गयी है तथा ओकारेश्वर मन्दिर मे शीतकालीन तीर्थ यात्रियो का आकंडा 30 हजार के पार पहुंच गया है।
आगामी 27 अप्रैल को भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ पूजन के साथ केदारनाथ यात्रा का आगाज होगा।
लोक मान्यता है कि ओकारेश्वर मन्दिर में भैरवनाथ पूजन के बाद ग्रीष्मकाल के 6 माह भक्तों की रक्षा व जगत कल्याण के लिए भैरवनाथ केदारनाथ धाम चले जाते हैं।
28 अप्रैल को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ऊखीमठ से कैलाश के लिए रवाना होगी तथा प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गुप्तकाशी पहुंचेगी।
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली 29 अप्रैल को फाटा ,30 को गौरीकुंड तथा 1 मई को केदारनाथ धाम पहुंचकर भण्डार गृह मे विराजमान होगी तथा 2 मई को ब्रह्म बेला पर श्रद्धा के द्वार वेद ऋचाओ के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए जायेगे।
बद्री केदार मन्दिर समिति के मुख्य कार्यधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल के निर्देशन पर केदारनाथ धाम मे 18 सदस्यीय एडवास दल द्वारा सभी व्यवस्थाये चाक-चौबंद की जा रही है।
मन्दिर समिति द्वारा भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर को रविवार से 8 कुन्तल फूलों से सजाने की तैयारिया शुरू कर दी जायेगी तथा केदारनाथ यात्रा का आगाज होने पर स्थानीय भक्तों में भारी उत्साह बना हुआ है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा विगत 8 दिसम्बर को ओकारेश्वर मन्दिर मे शीतकालीन यात्रा का शुभारंभ किया गया था धीरे-धीरे शीतकालीन यात्रा परवान चढ़ने लगी है।
केदारनाथ मन्दिर प्रभारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि शीतकालीन यात्रा के दौरान 17 हजार 065 पुरूष, 11 हजार 088 महिलाये, 1755 नौनिहाल तथा 120 विदेशी सैलानियो सहित 30 हजार 020 तीर्थ यात्री ओकारेश्वर मन्दिर मे पूजा-अर्चना व जलाभिषेक कर विश्व समृद्धि की कामना कर चुके है।