मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार, 10 मार्च को शिवपुरी जिले में नव स्थापित ‘माधव टाइगर रिजर्व’ का उद्घाटन किया।
मध्य प्रदेश के माधव नेशनल पार्क को भारत के 58वें टाइगर रिजर्व का दर्जा मिल गया है। इसके साथ ही यह मध्य प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व बन गया है।
शिवपुरी के माधव राष्ट्रीय उद्यान को बाघ अभयारण्य घोषित किया गया है। यह पहला ऐसा अभयारण्य है, जहां निर्माण प्रक्रिया छह महीने के भीतर पूरी की गई।
सीएम यादव ने इस अवसर पर रिजर्व के खुले आवास में पुनः परिचय प्रक्रिया के तहत लाई गई एक बाघिन को छोड़ा। उन्होंने कहा कि, यह चंबल क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि माधव टाइगर रिजर्व में बाघों की पुनः स्थापना हो रही है।

मुख्यमंत्री यादव ने टाइगर रिजर्व के आधिकारिक लोगो का भी अनावरण किया साथ ही टाइगर रिजर्व की सेफ्टी वॉल का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने आगे कहा कि, राज्य सरकार चंबल क्षेत्र में वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मध्य प्रदेश वन संसाधनों से समृद्ध है और यहां बड़ी संख्या में वन्यजीव प्रजातियां पाई जाती हैं।
कुनो में चीते, चंबल नदी में घड़ियाल और अब माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघों के साथ यह क्षेत्र पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। च
राज्य सरकार की पहल से इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे और ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में नई विकास परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त होगा।
1956 में हुई थी माधव राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना
भारत के मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी ज़िले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। इसकी स्थापना घोषणा सन् 1956 में 167 वर्ग किमी क्षेत्रफल पर करी गई, जो फिर बढ़ाकर 354 वर्ग किमी करा गया।
10 मार्च को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की जयंती है, इसलिए उद्घाटन उसी दिन निर्धारित किया गया।
वर्तमान में, मध्य प्रदेश में आठ रिजर्व सतपुड़ा, पेंच, बांधवगढ़, कान्हा, संजय दुबरी, पन्ना, रानी दुर्गावती और रातापानी हैं।