राजकीय मेडिकल कालेजों में एनएबीएल प्रमाणित पहली लैब बनी
वैश्विक स्तर पर मान्य होगी लैब की रिपोर्ट
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय यानी दून अस्पताल के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। अस्पताल की बायोकेमिस्ट्री लैब को नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फार टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेट्रीज (एनएबीएल) की मान्यता मिल गई है।
उत्तराखंड के किसी भी राजकीय मेडिकल कालेजों में एनएबीएल प्रमाणित यह पहली लैब है, जिसके बाद अब यहां की रिपोर्ट दुनियाभर में मान्य होगी।
दरअसल, एनएबीएल की टीम ने नवंबर 2024 में अस्पताल की बायोकेमिस्ट्री लैब का निरीक्षण किया था। टीम ने बुनियादी ढांचे, उपकरण, कार्मिक योग्यता, गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली और दक्षता परीक्षण जैसे विभिन्न मानकों व कसौटियों पर लैब का मूल्यांकन किया था।
इसके बाद अब लैब को एनएबीएल की मान्यता मिल गई है। एनएबीएल प्रमाणन के बाद इस लैब की जांच रिपोर्ट अधिक विश्वसनीय और वैश्विक स्तर पर मान्य होगी।
मेडिकल कालेज की प्राचार्य ने कहा कि किसी भी प्रयोगशाला के लिए सटीक और गुणवत्तापूर्ण रिपोर्ट देना महत्वपूर्ण है। अगर कोई परीक्षण एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में किया जाता है, तो उसे दोहराने की जरूरत नहीं है। लैब के एनएबीएल प्रमाणन -से मरीजों को भी फायदा होगा। क्योंकि उन्हें आर्थिक रूप से भी नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।