उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड में शुक्रवार, 15 नवम्बर देर रात लगी आग में 10 बच्चों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई है। इस दौरान 17 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
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उत्तर प्रदेश के झांसी ज़िले में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुई दुर्घटना में अब तक 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई है, जबकि 17 बच्चे घायल हैं। बताया जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी, जिससे अफरा-तफरी मच गई और मरीज और उनके परिवार वाले भागने लग गए।
झांसी के चीफ मेडिकल सुप्रीडेंटेंड के अनुसार, NICU वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे, अचानक से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लग गई जिससे आक्सीजन से भरे NICU वार्ड में आग फैल गई।
झांसी डिविजन के DIG ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है जो घायल हैं उन्हें शिफ्ट करने कार्य चल रहा है। सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया है और 12 घंटों के भीतर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के साथ स्वास्थ्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा भी झांसी पहुंचे। इससे पहले, DM अविनाश कुमार ने मीडिया के साथ बातचीत में बताया कि अस्पताल के शिशु वार्ड में रात क़रीब 10.45 में आग लगी थी।
आग लगने का कारण संभवतः शॉर्ट सर्किट हो सकता है, जांच जारी है। इससे पहले, फायर ब्रिगेड की टीम की तरफ़ से कई गाड़ियां मौक़े पर पहुंची। इस दौरान, अस्पताल से 37 बच्चों को बाहर निकाल लिया गया।
यूपी सरकार देगी 5 लाख की मदद
यूपी की योगी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है और घायलों को 50 हजार की सहायता राशि दी जाएगी।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।