बनी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी
चिप बनाने वाली दिग्गज कंपनी Nvidia ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। कंपनी का मार्केट कैप अब 4 लाख करोड़ डॉलर (करीब 342 लाख करोड़ रुपये) को पार कर चुका है, जो किसी भी कंपनी के लिए एक बड़ी कामयाबी है। इतनी ऊंचाई तक अभी तक सिर्फ गिनी-चुनी कंपनियां ही पहुंच पाई हैं।
9 जुलाई को Nvidia के शेयरों में 2.8% की तेजी आई, जिससे उसका शेयर प्राइस 164 डॉलर (लगभग 14,000 रुपये) पर पहुंच गया। इस तेजी ने कंपनी को Apple और Microsoft जैसी कंपनियों से भी आगे खड़ा कर दिया है, जिनका मार्केट कैप फिलहाल इससे पीछे है।
AI क्रांति में सबसे आगे Nvidia
Nvidia वह कंपनी है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के लिए जरूरी चिप्स और हार्डवेयर बनाती है। Microsoft, Meta, Amazon और Google जैसी बड़ी कंपनियां AI प्रोजेक्ट्स में Nvidia की चिप्स का इस्तेमाल करती हैं। इसी वजह से जैसे-जैसे AI का विस्तार हो रहा है, Nvidia की मांग और वैल्यू दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं।
आठ साल में 1% से 100% तक का सफर
महज 8 साल पहले Nvidia का एक शेयर आज के दाम का 1% भी नहीं था। 2023 में कंपनी ने 1 लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा पार किया और सिर्फ एक साल में उसका वैल्यूएशन तीन गुना बढ़कर 4 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गया। यह सफलता Apple और Microsoft की तुलना में बहुत कम समय में हासिल हुई है।
मुश्किल दौर से निकली, फिर भी बनी सबसे तेज़
Nvidia को अपने सफर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध ने चिप कंपनियों पर असर डाला। साथ ही चीन की Deepseek जैसी कंपनियों से भी कड़ी टक्कर मिली। लेकिन Nvidia ने समय रहते रणनीति बदली और अब फिर से मजबूती के साथ उभरी है।
हाल ही में Nvidia के शेयरों में जबरदस्त उछाल आया है — अप्रैल से अब तक शेयर करीब 74% ऊपर चढ़े हैं। अमेरिका के प्रमुख इंडेक्स S&P 500 में Nvidia की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 7.3% हो चुकी है, जिसने पूरे इंडेक्स को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
Nvidia के CEO जेनसेन हुआंग अब टेक इंडस्ट्री के चर्चित चेहरे बन चुके हैं। Facebook के CEO मार्क जुकरबर्ग ने उन्हें ‘The Taylor Swift of Tech’ कहा है। ताइवान में लोग उन्हें रॉकस्टार की तरह मानते हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता को Nvidia की इस कामयाबी का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है।
