दूधातोली की मुरलीकोठा चोटी से 21 अप्रैल को पूर्वी एवं पश्चिमी नयार नदी क्षेत्र के कई पर्वत, घाटी, निर्जन एवं बीहड़ जंगलों, अस्थाई बसासतों, गाँवों और बस्तियों से गुजरते हुए और वहां के रहवासियों से जनसंपर्क एवं शैक्षिक संस्थानों में विचार-विमर्श करते हुए 28 अप्रैल को व्यास घाट पर इस यात्रा का समापन हुआ।
यह यात्रा नयार नदी और उसकी संपूर्ण प्राकृतिक हलचलों और मानवीय गतिविधियों को उनकी मूलभूत प्रवृत्ति एवं समस्याओं के संदर्भ में जानने-समझने और समाधानों की सम्भावनाओं को तलाशने की दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित होगी।
संपूर्ण यात्रा में शामिल रहे यात्रीगण
सर्वश्री-अरुण कुकसाल, जयदीप सिंह रावत, देव कृष्ण थपलियाल, बीरेंद्र चन्द, प्रेम बहुखण्डी, कुलदीप सिंह, यश तिवारी, सागर बिष्ट और सुमेर चंद रहे।
