डी गुकेश वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय
भारत ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है। भारत के शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं। गुकेश डी ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया।
भारत के 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर गुकेश चीन के डिंग लिरेन को 14वीं और अंतिम बाजी में हराया और वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
गुकेश विश्वनाथन आनंद के बाद यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाले पहले भारतीय भी बन गए हैं। गुकेश इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद विश्व खिताब के लिए चुनौती पेश करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे।

वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद डी गुकेश ने कहा कि वह पिछले 10 वर्षों से इस पल का सपना देख रहे थे और उन्हें खुशी है कि उनका यह सपना पूरा हुआ।
उन्होंने चार घंटे में 58 चाल के बाद बाजी जीती और 18वें विश्व शतरंज चैंपियन बने। गुकेश ने यह चैंपियनशिप 7.5-6.5 से अपने नाम की। उन्हें इस जीत से 2.5 मिलियन डॉलर (21.21 करोड़ रुपए) इनामी राशि मिली।
डोम्माराजू गुकेश ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप जीतकर इतिहास में कई पन्ने जोड़ दिए हैं। वे शतरंज की दुनिया के सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बन गए हैं।
कास्पोरोव का रिकॉर्ड तोड़ा
डी गुकेश की खिताबी जीत से पहले सबसे कम उम्र में विश्व शतरंज चैंपियन बनने का रिकॉर्ड रूस के दिग्गज गैरी कास्पारोव के नाम था। उन्होंने 1985 में अनातोली कार्पोव को हराकर 22 साल की उम्र में खिताब जीता था। गुकेश इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद विश्व खिताब के लिए चुनौती पेश करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे।
7 साल की उम्र से खेलना शुरू किया
डी गुकेश ने 7 साल की उम्र में शतरंज खेलना शुरू किया। गुकेश के शिक्षकों ने उनके टैलेंट को पहचाना और उनके माता-पिता को उनकी संभावनाओं के बारे में बताया।
इसके बाद गुकेश के पैरेंट्स ने अपने बच्चे को कोचिंग दिलाई। गुकेश दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर्स में से एक हैं। उन्होंने 2019 में महज 12 साल, 7 महीने और 17 दिनों की उम्र में ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया था।