केदारनाथ हेली यात्रा के लिए हजारों यात्री देखते रह गए टिकट की राह

केदारनाथ हेली यात्रा के लिए हुई बुकिंग
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो

केदारनाथ हेली यात्रा की बुकिंग के लिए सरकार की ओर से खोली गई बुकिंग पलक झपकते ही फुल हो गई। इसमें 1929 यात्री टिकट की राह देखते रह गए और उन्हें बुकिंग नहीं मिल पाई।

इस बार केदारनाथ हेली सेवाओं के लिए आईआरसीटीसी के माध्यम से ऑनलाइन टिकट बुकिंग हो रही है। जैसे ही बुकिंग खुली, तो कुछ ही घंटों में सभी टिकट बुक हो गए थे।

केदारनाथ धाम की हेली सेवा बुकिंग के लिए 10 मई से 20 जून और 15 सितंबर से 31 अक्तूबर के लिए सरकार ने बुकिंग खोली थी। जैसे ही बुकिंग खुली, तो कुछ ही घंटों में सभी टिकट बुक हो गए और 1929 टिकट कैंसिल भी हो गए।

यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट के माध्यम से टिकट बुक करा सकते हैं। 21 जून से 14 सितंबर तक की हेली सेवा बुकिंग बाद में खोली जाएगी। टिकट न मिल पाने से काफी तीर्थयात्री निराश भी थे। इस बीच 1929 टिकट रद्द हो गए हैं।

इन सभी पर बुकिंग का मौका उपलब्ध है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि मई, जून, सितंबर और अक्तूबर के लिए टिकट उपलब्ध हैं।

उन्होंने बताया कि टिकट कैंसिल होने की वजह से ये स्लाॅट बुकिंग के लिए उपलब्ध हुए हैं। नागरिक उड्डयन विभाग ने अभी 21 जून से 14 सितंबर की मानसून अवधि की हेली सेवा बुकिंग शुरू नहीं की है। इसकी अलग से जानकारी दी जाएगी। मानसून के चलते हेली सेवाएं प्रभावित रहती हैं।किस महीने में कितनी बुकिंग, कितने उपलब्ध

माह कुल सीटें बुकिंग सीटें उपलब्ध सीटें
मई 12671 12653 17
जून 11634 11633 01
सितंबर 9408 9391 17
अक्तूबर 18228 16332 1894

तीर्थयात्रियों ने कहा, बुकिंग करते समय ही हो रहा फुल
तीर्थयात्रियों का कहना है कि आईआरसीटीसी की वेबसाइट के माध्यम से हेली सेवाओं का टिकट बुक करते समय ही फुल हो रहा है। जैसे-जैसे वह टिकट वेबसाइट पर प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हैं।

जब तक शुल्क जमा करने का नंबर आता है, तब तक सीट फुल दिखा रहा है। हालांकि नागरिक उड्डयन विभाग का तर्क है कि एक साथ देशभर से इतनी संख्या में लोग बुकिंग करते हैं, तो जिसकी प्रक्रिया तेज होती है, उसका टिकट बुक हो जाता है।

केदारनाथ में तीर्थ महापंचायत ने प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत ने ऑफलाइन व्यवस्था पर सवाल उठाया है। कई यात्रियों ने ऑफलाइन पंजीकरण न होने से यात्रा कैंसिल कर दी है।

महा पंचायत ने रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के हवाई सेवा से केदारनाथ पहुंचने पर भी सवाल उठाया है। इसके अलावा हेली सेवाओं में स्थानीय लोगों के लिए पंजीकरण जरूरी किए जाने पर ऐतराज जताया। हालांकि पहले स्थानीय लोगों को पंजीकरण के दायरे से बाहर रखने की बात कही गई थी।

केदार सभा केदारनाथ एवं अन्य संगठनों द्वारा वृहस्पतिवार 9 मई को केदार घाटी बंद के आह्वान का उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत ने समर्थन किया है। महापंचायत ने स्पष्ट किया है कि तीर्थ पुरोहितों के साथ जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग द्वारा की गई एक तरफा कार्यवाही में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्य वाही होनी चाहिए।

महापंचायत के महासचिव डा.बृजेश सती ने कहा कि उत्तराखंड राज्य सरकार चार धाम यात्रा को लेकर गंभीर नहीं है। कहा कि जिला प्रशासन की आला अधिकारी हवाई मार्ग से केदारपुर पहुंचे। बेहतर होता कि गौरीकुंड से केदारनाथ के पैदल यात्रा मार्ग से पैदल जाते । उन्हें तीर्थ यात्रियों को हो रही असुविधा और जमीन पर यात्रा तैयारी का भी पता चलता। कहां कि कुंड से गुप्तकाशी और गुप्तकाशी से सोनप्रयाग के बीच में सड़क की स्थिति ठीक नहीं है।

केदारनाथ धाम में यात्रा से कुछ दिन पूर्व जिस तरह से जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग ने एक तरफा कार्रवाई की है , वह तीर्थ पुरोहितों को उनके अधिकारों से वंचित रखने का एक कुचक्र है । उन्होने ऑफलाइन पंजीकरण पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि स्थानीय लोगों को बिना पंजीकरण के हेली सेवा में सीट आवंटित नहीं की जा रही है। कहा कि पर्यटन विभाग और उड्डयन विभाग के बीच में सामंजस्य न होने के कारण इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई है

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