चारधाम यात्रा 2024 के लिए 4050 यात्रियों को किया रवाना
यदि नहीं है रजिस्ट्रेशन तो ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 की विधिवत शुरूआत करते हुए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह, हंस फाउंडेशन के माता मंगला व भोले महाराज तथा निवर्तमान मेयर अनीता ममगाईं ने 135 बसों को हरी झंडी दिखाकर गुरूवार 9 मई को चारधाम यात्रा 2024 के लिए रवाना किया। ऋषिकेश संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की 135 बसों में 4050 तीर्थयात्री गंगोत्री, यमुनोत्री व केदारनाथ-बदरीनाथ के लिए रवाना हुए हैं।
इस तरह चारधाम यात्रा 2024 का औपचारिक श्रीगणेश हो गया। चारों धामों में से तीन धामों केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट कल अक्षय तृतीया के दिन 10 मई दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए जाएंगे, जबकि बदरीनाथ के कपाट 12 मई को खुलेंगे।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन न होने पर ये है ऑप्शन
राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए अब रजिस्ट्रेशन व्यवस्था अनिवार्य कर दी है, लेकिन इस वर्ष रजिस्ट्रेशन के लिए सीमित संख्या नहीं की गई है। इसलिए जो यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए हैं, वे ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। हालांकि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों को खासी फजीहत झेलनी पड़ सकती है।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की वेबसाइट, एप, टोल फ्री नंबर और वाट्सएप के जरिए पंजीकरण करा सकते हैं। पिछली बार की तरह इस बार किसी भी धाम के लिए यात्रियों की संख्या सीमित करने का प्रावधान नहीं रखा गया है। श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण registrationandtouristcare.uk.gov.in वेबसाइट के माध्यम से करा सकते हैं। तीर्थयात्री वाट्सएप नंबर 91-8394833833 के माध्यम से भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं. साथ ही श्रद्धालु टोल फ्री नंबर 0135 1364 से भी पंजीकरण करा सकते हैं. तीर्थयात्री touristcareuttarakhand एप से भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं। लैंडलाइन नंबरों 0135-1364, 0135-2559898, 0135-2552627 के माध्यम से भी श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। touristcare.uttarakhand@gmail.com मेल भेजकर भी पंजीकरण कराया जा सकता है। अगर श्रद्धालु पंजीकरण के दौरान गलत जानकारी देते हैं, तो उनका पंजीकरण रद्द हो जाएगा।
वृहस्पतिवार से ऑफलाइन पंजीकरण के लिए हरिद्वार व ऋषिकेश में ट्रांजिट कैंप बनाए गए हैं। हरिद्वार में छह, जबकि ऋषिकेश में आठ काउंटर बनाए गए हैं। हालांकि पहले ही दिन उमड़ी यात्रियों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस और पीएसी की सहायता प्रशासन को लेनी पड़ी है। यात्रियों की सुविधा के लिए सरकार ने कई तरह की व्यवस्थाएं की हैं, लेकिन इसके बावजूद पर्यटन विभाग यात्रियों की संख्या को लेकर कतई सतर्क नहीं है। उसे अंदेशा ही नहीं था कि पहले ही दिन इतनी बड़ी संख्या में तीर्थयात्री हरिद्वार तथा ऋषिकेश के ट्रांजिट कैंप में उतर आएंगे।