नवयुग इंजीनियरिंग कम्पनी पर लगे लापरवाही के आरोप
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के प्रोजेक्ट पैकेज-3 में नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है। मृतक के चचेरे भाई की तहरीर पर पुलिस ने प्रोजेक्ट इंजीनियर सहित साथ कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी की लापरवाही से एक की मौत और दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए।
विस्तार
मुनिकीरेती थाना पुलिस के मुताबिक ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन के प्रोजेक्ट तीन में कार्यरत कर्मचारी कमलेश पंत व उनके साथी इमरान और कवंर को 10 जून को बिना सुरक्षा के सीधे टनल के फेस के अंदर भेज दिया।
जिसमें चट्टान के टूटने पर वह गंभीर रूप से घायल हो गए साथ ही इमरान निवासी ग्राम मल्लीपुर, सहारनपुर उत्तर प्रदेश और कंवर निवासी वसबेरवा, पोस्ट पतगोडा, झारखंड दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
जिनको उपचार के लिए एम्स में भर्ती कराया गया। जहां से कमलेश को जाॅली ग्रांट के लिए रेफर किया गया। उपचार के दौरान 13 जून को कमलेश की मौत हो गई। जबकि दोनों घायलों का इलाज अभी एम्स में चल रहा है।
इंस्पेक्टर रितेश शाह ने बताया कि मृतक के चचेरे भाई वेद प्रकाश निवासी जोशीमठ ने मामले में प्रोजेक्ट कंपनी के साइट इंजीनियर रंगनाथ, सेफ्टी अफसर मनोज पोखरियाल, पीआरओ रंजन भंडारी, टनल इन्चार्ज नरेंद्र कुमार, सुपरवाइजर कमल, ठेकेदार जितेंद्र कुमार, एचआर भुवन चंद जोशी के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप में तहरीर दी।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर सभी के खिलाफ नाम मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामल की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद पुलिस को कंपनी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई। यही नहीं कर्मचारी की मौत के बाद भी कंपनी ने पुलिस को जानकारी देना उचित नहीं समझा।
मामले को दबाने की पूरी कोशिश की गई। रेल विकास निगम लिमिटेड के उप महाप्रबंधक भूपेंद्र ने बताया कि हादसे के बाद कंपनी की ओर से पुलिस को सूचना दी गई थी, लेकिन मौत के बाद सूचना नहीं दी जा सकी, उनका कहना था की कम्पनी के नियम अनुसार मृतक और घायलों को मुआवजा दिया जाएगा।