रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने पाठ्यक्रम को बदलकर अभिभावकों की जेब पर अतिरिक्त भार डाल दिया है, 1 अप्रैल से एनसीईआरटी से सम्बन्धित सभी विद्यालयों में कक्षा 3 और 6 को नई पाठयक्रम के तहत पढ़ाया जाएगा। सीबीएससी ने इस संबंध मे सभी विद्यालयों को पत्र भेज दिया है। अब पुरानी किताबों से नहीं चलेगा काम मध्यवर्गीय और निचले तबके के परिवारों में किताबों को संभाल कर रखते और एक ही किताब कई सालों तक बच्चों को शिक्षा देने में योगदान देती थी, लेकिन अब इस साल ऐसा संभव नहीं है, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने कक्षा 3 और कक्षा 6 के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम में बदलाव कर दिया है। जिसकी किताबें जल्द बाजार मे देखने को मिलेंगी।
कब आयेंगी नई किताबें एनसीआरटी के एक बयान के हवाले से मालूम होता है की वो छात्रों के लिए किताबें समय पर उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने अभी तक कक्षा 1,2,7,8,10 और 12 की लगभग 33 लाख किताबें बाजार में पहुंचा दिया है, परिषद ने कहा कक्षा 3,4,5,9 और 11 की किताबें भी जल्द बाजार में उपलब्ध करा दी जायेंगी। बदवाल को लेकर आधिकारिक अधिसूचना सीबीएससी ने अपनी आधिकारिक अधिसूचना में कहा कि एनसीईआरटी द्वारा कक्षा 6 के लिए एक ब्रिज कोर्स और कक्षा 3 के लिए संक्षिप्त दिशानिर्देश भी विकसित किया जा रहें हैं, ताकि छात्रों को एनसीएफ-एसई 2023 के अनुरूप पढ़ाई कराई जा सके। बोर्ड स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी आयोजित करेगा, ताकि उन्हें एनईपी 2020 के अनुसार तैयार किया जा सकें।
कॉपीराइट उल्लंघन के लिए चेतावनी जारी एनसीईआरटी द्वारा बाजार में नई पाठ्य पुस्तकों के उतरते ही पायरेटेड किताबें बेचे जाने आशंका जताते हुऐ 7 अप्रैल को एक अधिसूचना जारी की जिसमें उन्होंने बताया की एनसीईआरटी की किताबों को बिना कॉपीराइट लिए बजार में बेचे जाने पर दोषी के खिलाफ़ उचित कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उन्होंने अभिभावकों से भी आग्रह किया कि यदि कहीं पायरेटेड कॉपी बिकते दिखती है तो एनसीईआरटी को सूचित करें।