भारतीय ध्वजवाहक पीवी सिंधू और अचंता शरत कमल ने भारतीय दल की अगुआई की
स्टेट ब्यूरो
फ्रांस की राजधानी पेरिस शहर 33वें ओलंपियाड के जश्न में रात को जगमगा उठा। पेरिस में सीन नदी पर नावों में परेड करते खिलाड़ियों की मनोहारी छवियों के बीच परंपरा से हटकर हुए ओलंपिक खेलों के रंगा-रंग उद्घाटन समारोह में शुक्रवार, 26 जुलाई को फ्रांस ने अपनी सांस्कृतिक विविधता, क्रांति के इतिहास, वास्तुकला की शानदार विरासत की बानगी दुनिया के सामने पेश की।
आम तौर पर स्टेडियम में होने वाली देशों की परेड की परंपरा से अलग यहां 06 किमी. की परेड आस्टरलिज ब्रिज से शुरू हुई। जिसमें 85 नावों में 205 देशों के 6800 से अधिक खिलाड़ी सवार थे और एक शरणार्थी ओलंपिक टीम भी थी। समारोह में हिन्दी का पुट भी देखने को मिला जो ‘सिस्टरहुड’ शीर्षक से पेश किये गए कार्यक्रम में मशहूर फ्रेंच महिलाओं के योगदान को याद करने के लिये 06 भाषाओं में बनाये गए इंफो ग्राफिक्स की एक भाषा थी।
राष्ट्रपति एमैन्युअल मैकरोन ने खेलों की शुरूआत की घोषणा की जिससे अगले 16 दिन तक चलने वाले इस महाकुंभ की औपचारिक शुरूआत भी हो गई। उद्घाटन समारोह का आकर्षण सीन नदी पर खिलाड़ियों का मार्चपास्ट था।
इस बार भारतीय दल की अगुवाई दो ध्वजवाहकों में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पी. वी. सिंधू और टेबल टेनिस दिग्गज अचंत शरत कमल ने की। भारतीय दल 84वें नंबर पर आया। महिला खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों से बनी साड़ी और पुरूषों ने कुर्ता पायजामा पहना था। भारत के 78 खिलाड़ियों और अधिकारियों ने इसमें भाग लिया।
पेरिस ओलंपिक में उत्तराखण्ड के चार खिलाड़ी करेंगे प्रतिभाग
पेरिस ओलंपिक में उत्तराखण्ड के चार सितारे एथलेटिक्स और बैडमिंटन में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। बैडमिंटन में भारत के सितारे लक्ष्य सेन, महिलाओं की पांच हजार मी. दौड़ में अंकिता ध्यानी, 20 किमी. वाॅक रेस में परमजीत सिंह बिष्ट, पैदल चाल मिक्सड मैराथन में सूरज पंवार पेरिस ओलंपिक में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।