स्टेट ब्यूरो
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती से सन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने सोशल मीडिया एकाउंट पोस्ट के जरिए अपने रिटायरमेंट की घोषणा की है। सोशल मीडिया ‘X’ पर उन्होंने एक भावुक पोस्ट किया है।
फोगाट ने लिखा है,
“मां कुश्ती मेरे से जीत गई। मैं हार गई, माफ करना। आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती, 2001-2024. आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। माफी।”
बता दें कि, पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट को 50 किलोग्राम कैटेगरी के रेसलिंग फ्रीस्टाइल के फाइनल मुकाबले से डिस्क्वालीफाई कर दिया था। उनका वजन लगभग 100 ग्राम अधिक होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया। नियमों के अनुसार अब उन्हें कोई भी मेडल नहीं मिलेगा और इस इवेंट में वह आखिरी स्थान पर रहेंगी।
अब इसके लिए विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की है। स्टार पहलवान ने गोल्ड मैच के लिए बहाल होने के लिए कहा और फिर साझा सिल्वर के लिए अपनी याचिका में संशोधन किया। CAS 8 अगस्त, गुरुवार को अंतरिम फैसला सुनाएगा।
पेरिस ओलंपिक 2024 में किया दमदार प्रदर्शन
पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट ने कमाल का प्रदर्शन किया था। उन्होंने क्वार्टर-फाइनल और सेमीफाइनल में दमदार प्रदर्शन किया। ऐसे में सभी को उम्मीद थी कि वह आसानी से गोल्ड मेडल जीत जाएंगी। लेकिन उनके अयोग्य घोषित होते ही विनेश डिप्रेशन में चली गईं थी इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
वहां इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की चीफ पीटी उषा मिलने पहुंचीं और उन्हें ढांढस बधाया। विनेश को वजन बढ़ने का पहले ही अहसास था। इसी वजह से वह पूरी रात ठीक तरह से सो नहीं पाईं और उन्होंने नाखून और बाल कटवाए।
बीतें तीन ओलंपिक्स में विनेश फोगाट का प्रदर्शन
29 साल की हरियाणा की विनेश ने तीन बार ओलंपिक्स में भाग लिया है। तीनों बार उन्होंने अलग-अलग ‘वेट कैटेगरी’ में खेला है। 2016 के रियो ओलंपिक्स में उन्होंने 48 किलोग्राम महिला कुश्ती में भाग लिया। फिर 2020 के टोक्यो ओलंपिक्स में उन्होंने 53 किलोग्राम के कैटेगरी में खेला। इस बार वो 50 किलोग्राम वाले कुश्ती इवेंट के फाइनल तक पहुंच गई थीं।
2014, 2018 और 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन अलग-अलग ‘वेट कैटेगरी’ में विनेश 3 गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। साल 2018 में उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स के साथ-साथ एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था। एक ही साल में इन दोनों गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली वो पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। 2019 और 2022 के वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने दो ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए।