श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय प्रशासन की लेटलतीफी विवि में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिजनों पर भारी पड़ रही है। गोल्डन कार्ड की सुविधा नहीं मिलने और पीएफ (भविष्य निधि) की कटौती नहीं होने पर कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
गोल्डन कार्ड की सुविधा प्रदान करने में देरी के कारण कर्मचारियों और उनके परिजनों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
श्रीदेव सुमन विवि मुख्यालय बादशाहीथौल और ऋषिकेश कैंपस में लगभग एक सौ से अधिक अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक कार्यरत हैं।
स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत राज्य के सभी सरकारी विभागों में कार्यरत कर्मियों और उनके परिजनों के लिए गोल्डन कार्ड की सुविधा प्रदान की जा रही है, लेकिन विवि में अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए गोल्डन कार्य योजना शुरू नहीं पाई है।
विवि में कार्यरत कर्मचारियों और उनके आश्रितों को सरकारी व सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
ऐसी स्थिति में विवि के कर्मचारियों को अपने आश्रितों के बीमार होने पर उपचार के लिए स्वयं ही खर्चा वहन करना पड़ रहा है।
विवि में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की पीएफ कटौती में भी समस्या आ रही है, जो शिक्षक राजकीय महाविद्यालयों से विवि सेवा में आए हैं उनका पीएफ नियमित रूप से काटा जा रहा है। लेकिन जो कर्मचारी सीधे विवि की सेवा में आए हैं, उनका पीएफ नहीं काटा जा रहा है।
एक ही संस्थान में यह असमानता कर्मचारियों के लिए चिंता का विषय बन गया है। विवि में कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों ने गोल्डन कार्ड की सुविधा देने और पीएफ कटौती की प्रक्रिया को शीघ्र शुरू करने की मांग की है।