प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक-निर्माता और पटकथा लेखक श्याम बेनेगल का सोमवार, 23 दिसम्बर को मुंबई में निधन हो गया था। उन्होंने मुंबई सेंट्रल के वोकहार्ट अस्पताल में शाम 6:38 बजे आखिरी सांस ली। आज दिवंगत श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार होगा।
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दिवंगत श्याम बेनेगल का स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण निधन हो गया। वो 90 साल के थे। आज मंगलवार को श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मुंबई के शिवाजी पार्क इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम में दोपहर 2 बजे श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार किया जाएगा। आज उनके घर त्रिवेणी संगम की बिल्डिंग के बाहर कुछ पुलिसकर्मी तैनात दिखाई दिए।
उनकी बेटी पिया बेनेगल ने बताया, ‘वे लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे।’ दो साल पहले उनकी दोनों किडनी खराब हो गई थीं।
दिवंगत श्याम बेनेगल का आज मंगलवार को मुंबई के शिवाजी पार्क इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम में दोपहर 2 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।
14 दिसंबर को मनाया था 90वां जन्मदिन
हाल ही में 14 दिसंबर को श्याम बेनेगल ने अपना 90वां जन्मदिन मनाया था। इस मौके पर शबाना आजमी, नसीरुद्दीन शाह और दिव्या दत्ता से लेकर तमाम बॉलीवुड की हस्तियों ने साथ मिलकर उनका जन्मदिन मनाया। उनके परिवार में पत्नी नीरा बेनेगल और बेटी पिया बेनेगल हैं।
श्याम सुंदर बेनेगल का जन्म 14 दिसंबर 1934 में हैदराबाद में ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने अर्थशास्त्र में पढ़ाई की। बाद में फोटोग्राफी शुरू कर दी।
बॉलीवुड में उन्हें आर्ट सिनेमा का जनक भी माना जाता है। जब वे बारह साल के थे, तब उन्होंने अपने फोटोग्राफर पिता श्रीधर बी. बेनेगल के दिए गए कैमरे पर अपनी पहली फिल्म बनाई थी।
श्याम बेनेगल की फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को बेहतरीन कलाकार दिए, जिनमें ओम पुरी, अमरीश पुरी, नसीरुद्दीन शाह, अनंत नाग, स्मिता पाटिल,शबाना आजमी और सिनेमेटोग्राफर गोविंद निहलानी जैसे कई कलाकार शामिल हैं।
इसके अलावा जवाहरलाल नेहरू और सत्यजीत रे पर डॉक्यूमेंट्री बनाने के अलावा उन्होंने दूरदर्शन के लिए धारावाहिक ‘यात्रा’, ‘कथा सागर’ और ‘भारत एक खोज’ का भी निर्देशन किया।
8 बार जीता नेशनल फिल्म अवॉर्ड
श्याम बेनेगल के नाम सबसे ज्यादा नेशनल अवॉर्ड जीतने का रिकॉर्ड है। उन्हें आठ फिल्मों के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
श्याम बेनेगल को साल 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया था। साल 2007 में उन्हें भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था।
वह इकलौते फिल्म निर्देशक थे, जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ हिंदी फीचर फिल्म के लिए पांच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता।
इसके अलावा श्याम बेनेगल को साल 2012 में साउथ एशियन सिनेमा फाउंडेशन के एक्सीलेंस इन सिनेमा अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उनको भारतीय सिनेमा में उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार लंदन में दिया गया था।
उन्होंने फिल्मों के अलावा डॉक्यूमेंटरी, टेलीविजन धारावाहिक और कई शॉर्ट फिल्में भी बनाईं। जिनमें ‘नेहरू’ (1985) और ‘सत्यजित राय, फिल्मकार’ को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला।
उनके टेलीविजन धारावाहिक में ‘यात्रा’ (1986), कथासागर (1986), भारत एक खोज (1988) और शॉर्ट फिल्मों में ‘घर बैठा गंगा’ (1962), ‘पूवनम’ (1969), ‘फ्लॉवर गार्डन’ (1969), ‘हीरो’ (1975) शामिल हैं।
उन्होंने 1980 के दशक के मध्य में दूरदर्शन के लिए धारावाहिक ‘यात्रा’, ‘कथा सागर’ और ‘भारत एक खोज’ भी बनाई थी।