केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित नवोदय विद्यालय समिति (NVS) और लैब अटेंडेंट की प्रतियोगी परीक्षा के दौरान दो अलग-अलग परीक्षा केंद्रों से 17 अभ्यर्थियों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ गिरफ्तार किया गया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली पटेल नगर क्षेत्र स्थित एक प्रतिष्ठित स्कूल के प्रधानाचार्य पंकज नौटियाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
यह घटना उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सामने आई, जहां पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए इस सुनियोजित धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया।
उन्होंने बताया कि पहली पाली में आयोजित NVS/JSA परीक्षा में एक अभ्यर्थी के पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली, जबकि दूसरी पाली में सात और अभ्यर्थियों को ऐसे ही उपकरणों के साथ पकड़ा गया। ये सभी डिवाइस परीक्षा के दौरान नकल के उद्देश्य से प्रयोग की जा रही थीं।
इस मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए देहरादून की कोतवाली पटेल नगर और डालनवाला थानों में कुल तीन अलग-अलग प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई हैं।
पुलिस के अनुसार, यह पूरा कृत्य एक सुनियोजित गिरोह के माध्यम से संचालित किया जा रहा था, जो परीक्षार्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस उपलब्ध कराते थे और इसके बदले में मोटी रकम वसूलते थे। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों से पूछताछ जारी है ताकि इस गिरोह के मुख्य सूत्रधारों और तकनीकी सप्लायर्स तक पहुंचा जा सके।
एसएसपी को मिली थी खुफिया सूचना
इस मामले की जानकारी परीक्षा से पहले ही उच्च अधिकारियों तक पहुंच चुकी थी। केंद्रीय एजेंसी सीबीएसई और नवोदय विद्यालय समिति की ओर से एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) को इनपुट दिया गया था कि कुछ परीक्षार्थी हाईटेक तरीकों से नकल करने की कोशिश कर सकते हैं। इसके बाद पुलिस ने गुप्त निगरानी और सघन तलाशी अभियान चलाया, जिसमें यह खुलासा हुआ।
पुलिस ने इस आधार पर पटेल नगर और डालनवाला थानों में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। गिरफ्तार किए गए सभी 17 अभ्यर्थियों से पूछताछ जारी है। इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इन डिवाइसों की आपूर्ति किसने की और इस पूरे नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।
