तमिलनाडु के विल्लुपुरम में अभूतपूर्व बाढ़ का प्रकोप जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी के ऊपर पहुंचा चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ सोमवार को कमजोर होकर कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया।
विल्लुपुरम शहर, आस-पास के कस्बे और गांव भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं और बाढ़ का पानी निचले इलाकों में चला गया है।
परिणामस्वरूप एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों सहित कई सेवाओं को रद्द किया गया, कुछ का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया और कुछ ट्रेनों को कुछ समय के लिए रोक दिया गया।
विल्लुपुरम चेन्नई, राज्य के अन्य उत्तरी भागों और तमिलनाडु के मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों के बीच आसान संपर्क है, जहां बेहतर ‘कनेक्टिविटी’ है। थेनपेन्नई नदी उफान पर है और उत्तरी तटीय शहर कुड्डालोर भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
धर्मपुरी के पश्चिमी जिले और कृष्णगिरि जिले भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कृष्णगिरि में पिछले दो से तीन दशकों में अभूतपूर्व बाढ़ आई और कार एवं वैन सहित कई वाहन बाढ़ के पानी में बहकर निचले इलाकों में चले गए। बाढ़ के कारण उथंगराई से कृष्णगिरि और तिरुवन्नामलाई जैसे शहरों तक सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल हो गया है।
आईएमडी ने कहा, ‘‘उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी पर चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ के कारण बना कम दबाव का क्षेत्र लगभग पश्चिम की ओर बढ़ गया और 2 दिसंबर, 2024 को सुबह साढ़े पांच बजे तक यह उत्तर आंतरिक तमिलनाडु में कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया।
शेष निम्न दबाव क्षेत्र 3 दिसंबर 2024 के आसपास उत्तर केरल-कर्नाटक तटों से दूर दक्षिण-पूर्व और आसपास के पूर्व-मध्य अरब सागर में उभरने की संभावना है।’’
तमिलनाडु में चक्रवात फेंगल से नुकसान
शनिवार को पुडुचेरी तट से टकराया ‘फेंगल’ चक्रवात रविवार को कमजोर पड़ गया, लेकिन भारी बारिश के कारण इस छोटे से केंद्र शासित प्रदेश और पड़ोसी तमिलनाडु के कई हिस्सों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है और 4 लोगों की जान चली गई है। 3 दशक में पहली बार पुडुचेरी में रिकॉर्ड बारिश हुई है।
भारी मात्रा में फसल और संपत्ति के नुकसान की खबर है, जिसका सही आंकड़ा सर्वेक्षण के बाद ही मिल पाएगा। बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए अब सेना भी मदद कर रही है।
पुडुचेरी में भारी तबाही मची है। कई रिहायशी और व्यावसायिक इलाके पानी में डूब गए हैं, राहत और बचाव कार्य में सेना जुट गई है, और बाढ़ में फंसे 200 से ज़्यादा लोगों को बचाया गया है।
चक्रवात कमजोर पड़ने के बावजूद, अगले 24 घंटों में पुडुचेरी, तमिलनाडु के अलावा आंध्र के तिरुपति, नेल्लोर और चित्तूर में भी भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है।