थाना बसंत विहार क्षेत्र के अंतर्गत जीएमएस रोड स्थित अलकनंदा एन्क्लेव में अकेले रह रहे ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर अशोक कुमार की अज्ञात आरोपियों ने सोमवार की रात को हत्या कर दी थी। मृतक के शरीर को चाकुओं से बुरी तरह गोदा गया था।
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मंगलवार, 10 दिसम्बर को सुबह पुलिस को घर के पिछले हिस्से में बने बाथरूम में अशोक कुमार गंभीर घायल अवस्था में मिले थे। पुलिस उन्हें अपने वाहन से अस्पताल लेकर गई। चेकअप के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के अनुसार अशोक कुमार गर्ग की छाती और पेट में 30 से ज्यादा बार चाकू या किसी धारदार हथियार से वार किए गए हैं। इसके साथ ही उनके सिर को भी किसी भारी चीज से कुचला गया है। पेट पर एक घाव 12 इंच से भी लंबा है, जो करीब तीन इंच से भी गहरा है। इसी से आंतें बाहर आई हैं।
अभी पुलिस को भी अधिकृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। उधर, गर्ग की बेटियां व अन्य रिश्तेदार देहरादून पहुंच चुके हैं। उन्हें पोस्टमार्टम कराने के बाद शव सौंप दिया गया है। उनकी शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ वसंत विहार थाने में हत्या का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक जांच करने के बाद वहां आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू किया। इस बीच एक फुटेज मिली जिसमें दो युवक घर के पास से भागते नजर आए हैं। ऐसे में पुलिस हत्या में दो लोगों का हाथ मान रही है।
इनकी तलाश में पुलिस की छह टीमों को लगाया गया है। घटनास्थल के आसपास की चीजें जांच को कई दिशा में घुमा रही हैं। गर्ग अपने मकान का पिछला हिस्सा (दो कमरों का सेट) किराए पर देना चाहते थे।

सीसीटीवी में दिख रहे दो युवकों की तलाश
जानकारी के अनुसार, अलकनंदा एन्क्लेव में ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर की हत्या में दो युवक शामिल थे। जब पड़ोसी आवाज सुनकर गेट तक आए, तो दोनों घर के पिछले हिस्से की दीवार फांदकर भाग गए। सीसीटीवी फुटेज में भी दोनों पैदल जाते दिख रहे हैं।
बता दें कि पड़ोसियों ने उनके घर के पिछले हिस्से में कुछ लोगों के झगड़े और किसी के कराहने की आवाज सुनी थी। पड़ोसी जैसे ही मुख्य दरवाजे पर आए, तो वहां से कुछ लोग पिछली दीवार कूदकर भाग निकले।
अंदर बाथरूम में देखा तो वहां पर अशोक कुमार गर्ग लहूलुहान हालत में पड़े थे। उनके पेट, छाती, सिर और गले पर गहरे घाव थे। पेट में चाकुओं से बेरहमी से वार किए गए थे जिससे आंतें भी बाहर आ गई थीं।
अशोक कुमार गर्ग भारत की नवरत्न कंपनियों में से एक ओएनजीसी में इंजीनियर रहे थे। वे 2008 में ओएनजीसी से इंजीनियर के पद से रिटायर हुए थे। कुछ साल पहले उनकी पत्नी का देहांत हो गया था। तब से वे अकेले रहते थे।
पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार उनके घर होम डिलीवरी वाले आते रहते थे। अशोक कुमार की एक बेटी गुरुग्राम और दूसरी बेटी चेन्नई में रहती है।