अपराधियों को बचा रही सरकार: वीरेंद्र भंडारी
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
अंकिता भंडारी के माता-पिता तथा उन्हें समर्थन दे रहे साथियों ने बुधवार से श्रीनगर गढ़वाल में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। उन्होंने सरकार पर अंकिता के गुनहगारों को बचाने का आरोप लगाया है। https://regionalreporter.in/renbow-public-school-ne-manaya-nasha-mukti-sptah/
उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में अंकिता के माता-पिता ने एक बार फिर सरकार पर आरोपियों को बचाने के आरोप लगाए हैं। यहां धरने पर बैठे उनके पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, वे खामोश नहीं बैठेंगे। नम आँखों से उन्होंने अपनी बेटी अंकिता को याद किया और कहा कि सरकार उसके गुनहगारों को बचाने में लगी हुई है, लेकिन हम न्याय न मिलने तक धरना जारी रखेंगे।
सरकार गुनाह के सबूत मिटाने में व्यस्त है : अंकिता के पिता
पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि एक साल बाद भी उनकी बेटी को इंसाफ नहीं मिल पाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग बेटी को इंसाफ दिलाने के किए उनकी मदद कर रहे हैं, सरकार उनके परिजनों का या तो ट्रांसफर कर रही है या मुकदमों में फंसाने का काम कर रही है। सरकार सिर्फ अंकिता के हत्यारों तथा उनके सबूत मिटाने वालों को
बचाने में व्यस्त है।
वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि सरकार वीआईपी का नाम उजागर करने के बजाय मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने वीआईपी का नाम पौड़ी डीएम को लिखित में दिया है, लेकिन सरकार उनकी जांच नहीं कर रही है। सरकार आरोपी पुलकित आर्य की संपत्ति को भी वैध करार दे रही है, जबकि पौड़ी पुलिस पुलकित की संपत्ति को कुर्क करने के आदेश दे चुकी है। धरने को समर्थन देते हुए स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि भी धरने पर बैठे।
मुख्यमंत्री की घोषणा भी फीकी
मुख्यमंत्री धामी ने डोभ श्रीकोट में बने नर्सिंग कॉलेज का नाम अंकिता के नाम पर करने की घोषणा की, लेकिन आज तक उस घोषणा पर कोई कदम नहीं बढ़ाया गया है। अंकिता केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाए जाने की बात भी सीएम धामी ने की, लेकिन मामला सामान्य कोर्ट में ही चलाया जा रहा है।