नेशनल गेम्स की तैयारियां परखने के लिए एक दिन पहले सिटी मजिस्ट्रेट की बुलाई गई बैठक का हाल देखकर आयुक्त दीपक रावत को खुद निरीक्षण के लिए निकलना पड़ा।
शुक्रवार को उन्होंने मिनी स्टेडियम और गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पहुंचकर हाल देखा। इस दौरान भी लापरवाही सामने आ गई। मिनी स्टेडियम में वॉलीबाल कोर्ट का काम ठप होने पर आयुक्त काफी नाराज हुए।
वॉलीबॉल कोर्ट में कामकाज ठप होने पर आयुक्त रावत ने नाराजगी जताई और खेल उपनिदेशक राशिदा सिद्दीकी से काम कर रहे मजदूरों के विवरण का ब्योरा मांगा। सख्त लहजे में कहा कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए समय बहुत कम बचा है, इसलिए किसी भी स्तर पर काम नहीं रुकना चाहिए।
इस दौरान उपनिदेशक राशिदा सिद्दीकी ने स्टेडियम के बाहर से अवैध निर्माण हटाने की मांग की, जिस पर आयुक्त रावत ने कहा कि यदि कोई समस्या हो तो उसे लिखित में जिलाधिकारी के पास भेजें ताकि उसका समाधान किया जा सके।
गौलापार स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में आयुक्त रावत ने स्विमिंग पूल, फुटबॉल और क्लोजिंग सेरेमनी के आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया।
खेल अधिकारियों ने बताया कि इंडोर स्टेडियम में लाइटिंग और एसी का काम चल रहा है। आयुक्त रावत ने पेयजल निर्माण निगम को जल्द काम पूरा करने और इलेक्ट्रिक व फायर सेफ्टी के इंतजाम करने के निर्देश दिए।
साथ ही, ताइक्वांडो कोर्ट की दीवारों पर लगी एकोस्टिक्स की मरम्मत कराने और कोर्ट की सफाई व पेंटिंग का काम समय से पूरा करने की बात कही।
स्विमिंग पूल का निरीक्षण करते हुए पेयजल निर्माण निगम की खेल इकाई के एई शैलेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि यह ऑल वेदर पूल है, जिसमें हीटिंग सिस्टम लगाया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि, कि 4.36 करोड़ रुपये से फुटबाल ग्राउंड बनाने समेत अन्य काम किए जा रहे हैं। फुटबाल मैदान में राई घास लगाई जा रही है। पूरे मैदान में घास की सीडिंग कर दी गई है, जनवरी के पहले सप्ताह में उग जाएगी।
आयुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को सफल बनाने के लिए मैनपावर की पूरी योजना बनाई जाए, ताकि आयोजन से पहले कोई समस्या न हो।
इस निरीक्षण में सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी, एसडीएम परितोष वर्मा, जल संस्थान ईई आरएस लोशाली, जिला क्रीड़ाधिकारी निर्मला पंत और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।