अभिरेख अरुणाभ
आज 14वें दिन उत्तरकाशी के कलेक्ट्रेट परिसर में चल रही जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई “गांव बचाओ आंदोलन” (ग्राम स्वराज की स्थापना के लिए एकजुट हुए गांवों का जनसंगठन) की मुहीम में कई अन्य नये गांव भी शामिल हो गए।
जैसे-जैसे ग्रामीण अपने खेतों की रोपाई के कार्य को निपटाते जा रहे हैं, वैसे-वैसे ग्रामीणों में गांव बचाओ आंदोलन जनसंगठन द्वारा शुरू की गई भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहीम में शामिल होने का उत्साह बढ़ता ही जा रहा है।

पनोथ (भंडारस्यूं), खालसी(चिन्यालीसौड़), तोलीगाड (बोंगा), कलां, खरवां(चांदपुर) बरसाली, मांडौं, मानपुर, गिण्डा, खरवां (बाड़ागड्डी) के ग्रामीणों के अलावा दो नये गांव ऊपरीकोट और भरांण गांव के ग्रामीण भी “गांव बचाओ आंदोलन” जनसंगठन में शामिल हुए और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया।
गौरतलब है कि पनोथ गांव में 1.69 करोड़ की जल जीवन मिशन के तहत रुपए खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है। इसी तरह खालसी (चिन्यालीसौड़), तोलीगाड (बोंगा), कलां, खरवां(चांदपुर) बरसाली, मांडौं, मानपुर, गिण्डा, खरवां, ऊपरीकोट और भरांण गांव सभी जगह जल जीवन मिशन के तहत लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। लेकिन, सभी गांवों में पानी की समस्या वैसी ही बनी हुई है जैसे पहले थी।

18 जून 2024 को एक गांव डांग द्वारा शुरू किए गए इस संघर्ष में अब कई अन्य गांव शामिल हो चुके हैं।
अब तक भले ही प्रशासन की पूरी तरह नींद नहीं खुली है लेकिन प्रशासन के पसीने जरूर छूटने लगे हैं। अब देखना होगा उत्तरकाशी के जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को कब न्याय दिया जाता है। साथ ही कब भ्रष्ट अधिकारियों पर शासन द्वारा कार्यवाही की जाती है।
https://regionalreporter.in/weather-update/