- अब देश के केवल 5 राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों में शामिल
- 99.3% साक्षरता दर का रिकॉर्ड
हिमाचल प्रदेश को अब ‘पूर्ण साक्षर राज्य’ का दर्जा मिल गया है। राज्य की साक्षरता दर 99.3% तक पहुँच गई है, जिसके बाद वह देश के उन चुनिंदा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची में शामिल हो गया है, जहाँ साक्षरता दर लगभग सौ फीसदी है। इस क्लब में फिलहाल मिजोरम, त्रिपुरा, गोवा और लद्दाख भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को इस उपलब्धि का एलान करते हुए कहा कि यह सफर चुनौतियों से भरा था, लेकिन प्रदेशवासियों के सहयोग और सरकार की योजनाओं ने इसे संभव बनाया।
उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश अब पूर्ण साक्षर राज्य बन गया है। यह हमारी प्रगति यात्रा का ऐतिहासिक पड़ाव है। मैं शिक्षकों, छात्रों, कर्मचारियों और प्रत्येक नागरिक को धन्यवाद देता हूँ, जिनके प्रयासों से यह सपना साकार हुआ।”
राष्ट्रीय तस्वीर और शिक्षा मंत्री का संदेश
इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ‘अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2025’ के अवसर पर कहा था कि भारत की साक्षरता दर 2011 की जनगणना में 74% थी, जो अब बढ़कर 2023-24 में 80.9% हो गई है।
उन्होंने हिमाचल समेत लद्दाख, मिजोरम, गोवा और त्रिपुरा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।
राज्य के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि आज़ादी के बाद हिमाचल प्रदेश देश के सबसे कम साक्षर राज्यों में था। लेकिन लगातार प्रयासों से अब यह भारत में सबसे आगे निकल आया है।
उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल छोड़ने की दर लगभग शून्य हो चुकी है।
शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने कहा कि राज्य ने पूर्ण साक्षर घोषित होने के लिए सभी जरूरी मानदंड पूरे कर लिए हैं और आने वाले समय में शिक्षा की गुणवत्ता पर भी और फोकस किया जाएगा।

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