श्रीनगर, उत्तराखंड: देश की प्रमुख बीमा कंपनी एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने बीते पांच वर्षों में उत्तराखंड के पहाड़ी और दूरस्थ क्षेत्रों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है।
2020 के बाद से कंपनी ने राज्य में कुल पांच नई शाखाएं खोली हैं जिनमें मसूरी, ऋषिकेश, कर्णप्रयाग, गैरसैण व गोपेश्वर शामिल हैं।
कंपनी के एक अधिकारी ने बातचीत में बताया कि, हर शाखा में औसतन 5 से 10 लोग कार्य करते हैं, यानी कुल मिलाकर करीब 50 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने कहा, “पहाड़ी क्षेत्रों में वित्तीय जागरूकता की कमी को ध्यान में रखते हुए, हमने लोगों को यह समझाने का प्रयास किया है कि जीवन बीमा क्यों ज़रूरी है।”
बीमा की ज़रूरत अब लोगों को समझ आने लगी है
कोविड-19 के बाद लोगों में जीवन सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा की पहुँच अभी भी सीमित है, लेकिन एसबीआई लाइफ ने लगातार प्रयासों से लोगों को यह समझाया कि, “अगर आपकी आमदनी ₹100 है, तो उसमें से ₹10 जीवन बीमा के लिए अवश्य निकालिए।”
कम आय वाले परिवारों के लिए कंपनी ने न्यूनतम प्रीमियम पर 10 गुना जीवन बीमा कवरेज जैसी योजनाएं भी शुरू की हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई ₹1 लाख सालाना बचाता है, तो कंपनी ₹10 लाख तक का कवरेज देती है।
गारंटीड प्रोडक्ट्स की सबसे अधिक मांग
उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में बाज़ार की जानकारी सीमित होने के कारण 70% लोग गारंटीड योजनाओं की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिसमें निश्चित आय मिलती है। शेष 30% लोग जैसे सरकारी या विश्वविद्यालय कर्मचारी यूनिट लिंक्ड प्लान्स (ULIPs) को चुनते हैं, जो बाज़ार से जुड़े रहते हैं।
महिलाओं के लिए ‘नारी शक्ति’ योजना
महिलाओं की सामाजिक पहुँच को देखते हुए एसबीआई लाइफ ने ‘नारी शक्ति’ नामक एक पहल शुरू की है, जिसके अंतर्गत महिलाएं बीमा एजेंट बनकर न केवल आत्मनिर्भर बन सकती हैं, बल्कि अपने मोहल्ले में वित्तीय सलाहकार की भूमिका भी निभा सकती हैं।
अधिकारी ने बताया, “घरों में रहने वाली महिलाएं समाज में अच्छी तरह जानी जाती हैं। उनकी बात लोग सुनते हैं। ऐसे में अगर वे एसबीआई लाइफ से जुड़ती हैं, तो बीमा के प्रति जागरूकता और पहुँच दोनों बढ़ती हैं।”
नई स्कीम: प्योर प्रोटेक्शन प्लान
हाल ही में कंपनी ने एक नया उत्पाद ‘प्योर प्रोटेक्शन प्लान’ लॉन्च किया है, जिसमें ₹14,000–₹15,000 के प्रीमियम पर ₹2 करोड़ तक का बीमा कवर दिया जा रहा है।
अन्य कंपनियों की तुलना में यह दरें काफी कम हैं। अधिकारी ने बताया कि यह योजना मुख्यतः मिडिल क्लास और अपर मिडिल क्लास को ध्यान में रखकर तैयार की गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सिर्फ एसबीआई की मजबूत मौजूदगी
श्रीनगर, कर्णप्रयाग व गांवों जैसे रजोलीधार, चिरकुटिया आदि में HDFC, ICICI जैसी निजी कंपनियों की पहुँच नहीं है, जबकि एसबीआई लाइफ की शाखाएं सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं।
