यात्रा पड़ाव में भोजपत्र के पौधों का करेंगे रोपण
रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
काठगोदाम से आदि कैलाश यात्रा का पहला दल रवाना होने के साथ ही इस वर्ष की आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा शुरू हो गई है। कुमाऊं मंडल विकास निगम के टूरिस्ट रेस्ट हाउस काठगोदाम से महाप्रबंधक विजयनाथ शुक्ल ने आदि कैलाश यात्रा के पहले डाल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इससे पूर्व यात्रा करने आए श्रद्धालुओं का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। कुमाऊं मंडल विकास निगम के महाप्रबंधक विजय नाथ शुक्ल ने बताया कि पहले दल में 49 यात्री हैं जो 8 दिन में आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा के साथ-साथ कुमाऊँ मंडल के मंदिरों के दर्शन कर आएंगे।
यात्रा पड़ाव में भोजपत्र के पौधों का करेंगे रोपण
इस बार यात्रा को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा गया है। यात्रा के दौरान श्रद्धालु उच्च हिमालयी क्षेत्र ज्योलिंगकांग, कालापानी और नावीढांग में भोजपत्र। पर्यटक आवास गृह के प्रबंधक दिनेश गुरुरानी ने बताया कि हर जत्थे के यात्रियों को पांच भोजपत्र और स्थानीय प्रजाति के पौधे लगाने के लिए दिए जाएंगे। भोजपत्र के पौधे गोपेश्वर वन अनुसंधान केंद्र से मंगवाए जा रहे हैं।
आदि कैलाश यात्रा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। कैलाश मानसरोवर की तरह आदि कैलाश को भी पवित्र माना जाता है। ओम पर्वत भी अपनी अनोखी प्राकृतिक संरचना के लिए प्रसिद्ध है, जहां बर्फ से स्वयंभू ओम की आकृति बनती है।
KMVN हर साल यह यात्रा आयोजित करता है, जिसमें देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस बार यात्रा में भोजपत्र पौधरोपण जैसे पर्यावरण संरक्षण के कार्य को जोड़ना एक सराहनीय कदम है।
यह न सिर्फ पर्यावरण के लिए लाभदायक होगा बल्कि यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करेगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 488 लोगों ने देश भर से इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन किया है और कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा यात्रियों की सुख सुविधा रहने और खाने की पूरी व्यवस्था यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावो में की गई है। पिथौरागढ़ चीन बाॅर्डर पर आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन के लिए हर साल देश और दुनिया से सैकड़ो यात्री यहां आते हैं।