दूसरा दिन: जीआईसी न्यूली अकरी और जाखी डागर में
स्पिक मैके संस्था की ओर से गढ़वाल के विभिन्न हिस्सों में आयोजित हो रहे शास्त्रीय नृत्यों की श्रृंखला में मंगलवार को टिहरी जिले के जीआईसी न्यूली अकरी तथा जीआईसी जाखी में मशहूर ओडिसी नृत्यांगना प्रज्ञा घोष ने प्रस्तुतियां दी।
इस मौके पर उन्होंने विद्यार्थियों को ओडिसी नृत्य की विभिन्न भंगिमाओं और हस्तमुद्रा की जानकारी दी तथा अपनी प्रस्तुति के दौरान आने वाली भंगिमाओं तथा हस्तमुद्राओं को पहचानने को कहा।
विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ इन सभी क्रियाओं में प्रतिभाग किया। मौके पर ही प्रस्तुति से पूर्व नृत्यांगना प्रज्ञा घोष ने इच्छुक छात्राओं को मंच पर बुलाकर ओडिसी नृत्य की चार भंगिमाओं सम्भंगह, चौक, त्रिभंगी और अभंग का अभ्यास कराया। छात्राओं ने इस अभ्यास का खूब आनंद लिया। नृत्यांगना प्रज्ञा घोष ने कई अन्य भंगिमाओं की भी सामान्य जानकारी बच्चों को दी।
राधा कृष्ण रास के संगीत पर होली नृत्य की प्रस्तुति भी नृत्यांगना प्रज्ञा घोष ने दी।
जीआईसी जाखी की प्रियांशी व उसकी साथी ने भी मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति इस मौके पर दी।
प्रस्तुति से पूर्व जीआईसी न्यूली के प्रधानाचार्य महेश्वर थपलियाल था जीआईसी जाखी के प्रधानाचार्य सोमेंद्र असवाल ने नृत्यांगना प्रज्ञा घोष को स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।

संचालन न्यूली में प्रवक्ता जयकृष्ण पैन्यूली “माटी” ने तथा जाखी इंटर कॉलेज के सुधीर डंगवाल ने किया। इस मौके पर दोनों विद्यालयों के शिक्षकों – शिक्षिकाएं भी उत्साह से उपस्थित रहे।