बीज बम अभियान सप्ताह 2025 के समापन के अवसर पर श्रीनगर में एचएपीपीआरसी (HAPPRC) एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय, पर्वतीय विकास शोध केंद्र एवं सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर बीज बम अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने उपस्थित सभी जवानों एवं अन्य लोगों को बीज बम बनाने एवं उसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में उप सेना नायक डॉ.विकास कुमार सिंह के साथ सभी जवानों को बीज बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
बीज बम अभियान के बारे में बताते हुए द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि 2015- 16 में जब यह प्रयोग सफल हुआ। इसके बेहतर परिणाम सामने आए तो इसे समाज और सरकार के बीच ले जाने के लिए 2017 में बीज बम अभियान शुरू किया गया।
बीज बम अभियान आज देश के 18 से अधिक राज्यों में इसको स्वीकार्यता मिली है। अभियान के प्रचार-प्रसार के बाद कई अनुसंधान संस्थान ने बीज बम की प्रमाणिकता को लेकर शोध किए जिन्होंने अभियान की बात को स्वीकारा।

बीज बम को इस वर्ष वन विभाग की कार्ययोजना में भी शामिल करवाया गया जो अभियान के लिए बड़ी सफलता है।
बीज बम के विचार को ज्यादा से ज्यादा लोग जाने, एक साथ कई स्थानों पर बीज बम बने, लोगो की जनभागीदारी बढ़ाने के लिए जाड़ी संस्थान उत्तरकाशी के द्वारा वर्ष 2019 से बीज बम अभियान सप्ताह ( 9 जुलाई से 15 जुलाई) मानना शुरू किया गया।
बीज बम अभियान सप्ताह 2025 के अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल के द्वारा वन विभाग की राज्य में बीट स्तर पर बीज बम अभियान सप्ताह मनाने के निर्देश दिए गए थे।
पर्वतीय विकास शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ अरविंद दरमोड़ा ने द्वारिका प्रसाद सेमवाल के द्वारा किए जा रहे प्रकृति और समाज को बचाने के कार्यों पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने बीज बम को आम जन से लेकर सरकार और अनुसंधान संस्थान तक पहुंचाया। आज जन जन की जबान पर बीज बम है। उनके विचार को सरकार द्वारा दी जाने वाली स्वीकृति इस बात की साक्षी है कि उनके द्वारा की स्तर पर कार्य किया।
कार्यक्रम में प्रो. ओ. पी गुसाई गढ़वाल विश्वविद्यालय के डीन छात्र कल्याण अधिष्ठान ने कहा कि द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने बीज बम अभियान को उत्तराखंड ही नहीं पूरे देश में ले जाने का महत्वपूर्ण कार्य किया। बीज बम अभियान को राष्ट्रीय सेवा योजना एवं एनसीसी की गतिविधियों में सम्मिलित किया जाएगा।
पूर्व कुल सचिव एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय प्रो.पीएस राणा ने कहा कि सीमा की रक्षा के साथ कर रही है। सीमा सुरक्षा बल बीज बम के माध्यम पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए कृत संकल्पित है।
इस अवसर पर ग्रामीण तकनीकी के विभागाध्यक्ष प्रो.आर एस नेगी, अंतरिक्ष भौतिकी शोध प्रयोगशाला के निदेशक प्रो.आलोक सागर, उच्च शिखरीय पादप कार्यकी निदेशक प्रो. विजय कांत पुरोहित, भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मोहन सिंह पंवार, प्रो. मदन सिंह रावत, समीर रतूड़ी, भास्कर, भास्करानंद अंतवाल, उप सेना नायक डॉ. विकास कुमार सिंह सहित ढाई सो जवान उपस्थित रहे।
इससे पूर्व सीमा सुरक्षा बल के उप महा निरीक्षक सुभाष चंद्र नेगी, उप सेना नायक डॉ. विकास कुमार सिंह एवं द्वारिका प्रसाद सेमवाल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
